सम्मोहन और वशीकरण के लिए श्रेष्ठ है कल का शनिवार

Friday, Jan 19, 2018 - 11:36 AM (IST)

माघ माह की गुप्त नवरात्र की तृतिया तिथि पर शनिवार तथा राहू का नक्षत्र शतभिषा होने के कारण व्यतिपात और वारियण नामक योग बन रहा है। व्यतिपात योग स्वार्थ की सिद्धियों के लिए और वरियण योग लालसा और दूसरे जातक को शारिरिक और मानसिक रूप से किसी को सम्मोहित करने के लिए शुभ रहेगा। इन दोनों योगों में सम्मोहन, वशीकरण जैसा अभिचार कर्म करना श्रेष्ठ रहता है। इसी दिन दोपहर को 2 बजकर 10 मिनट के बाद शनि की बहन भद्रा भी रहेगी। भद्रा शुभ कार्यों में तो अशुभ तथा अभिचार कर्म हेतू खास फलदाई मानी जाती है। इससे पूर्व गजकरण नामक अति शक्तिशाली योग बन रहा है, जिसमें विशेष रूप से काली पूजन मंत्र साधना और काली की सिद्धियां की जा सकती हैं।


कल तृतिया तिथि होने के कारण चन्द्रघण्टा और देवी काली दोनों का पूजन किया जाएगा। काली और चन्द्रघण्टा के खास पूजन से लव मैरिज में सफलता मिलती है। कामसुख में बढ़ौतरी होती है तथा इच्छित व्यक्ति को सम्मोहित करने में सफलता मिलती है। 


घर की पश्चिम दिशा में काले वस्त्र पर उड़द की ढेरी बनाकर महाकाली का चित्र स्थापित कर उसका विधान पूर्वक पूजन करें। सरसों के तेल में इत्र मिलाकर दीपक कर लोबान की धूप करें। नीला गुलाल चढ़ाएं, कस्तूरी का इत्र अर्पित करें। काले धागे में 7 नींबू पिरोकर महाकाली पर माला अर्पित करें तथा गुड़ और तिल से बनी हुई रेवड़ियों का भोग लगाएं। लाल कंबल के आसन पर बैठकर काले हकीक की माला से ॐ मदनसुन्दर्यै नमः॥ मंत्र का जाप करें। 

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

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