Gupt Navratri 2022: इन उपायों से प्रसन्न हो मां गौरी करेंगी सुख-सुविधाओं में वृद्धि

Thursday, Jul 07, 2022 - 10:13 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
30 जून को गुप्त नवरात्रि का पर्व आरंभ हुआ था, जो अब धीरे-धीरे अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। 07 जुलाई को अष्टमी तिथि के दिन महा अष्टमी का व्रत किया जाएगा, जिसके बाद नवमी के साथ गुप्त नवरात्रि का पर्व समाप्त हो जाएगा। लेकिन इससे पहले कि गुप्त नवरात्रि का पर्व समाप्त हो, हम आपके लिए लाएं इस दौरान किए जाने वाले कुछ खास उपाय। चूंकि इस बार महा अष्टमी के दिन मासिक दुर्गा अष्टमी का पर्व भी पड़ा रहा है, इसलिए इस दिन का महत्व अधिक माना जा रहा है। ऐसे में इस दौरान किए जाने वाले उपाय बेहद लाभदायक साबित होंगे। बता दें धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुभ फलों की प्राप्ति के लिए नवरात्रि की अष्टमी व नवमी तिथि बेहद लाभकारी मानी जाती है। अतः इस दिन जो व्यक्ति देवी दुर्गा की विधि वत पूजा-अर्चना करता तथा आगे बताए गए उपाय करता है उस पर इनकी असीम कृपा बरसती है। तो आइए जानते हैं इस दिन से जुड़े कुछ ऐसे उपाय आदि जिन्हें अपनाने वाले व्यक्ति के जीवन में तरक्की के राह खुल जाते हैं।
 

चाहे गुप्त नवरात्रि हो या शारदीय नवरात्रि दोनों के दौरान देवी दुर्गा को कुछ खास चीज़ें जरूर अर्पित करनी चाहिए। धार्मिक व ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार अष्टमी तिथि के दिन मां दुर्गा को लाल रंग की चुनर जरूर भेंट करनी चाहिए या लाल चुनर में सिक्के और बताशे रख कर सकते हैं। ऐसा मान्यता कि ये उपाय करने से देवी दुर्गा अपने भक्तों की सभी मुरादें पूरी करती हैं।

नवरात्रि के नौ दिनों में व खास रूप से अष्टमी तथा नवमी तिथि के दिन 9 कन्याओं को भोजन करवाना चाहिए तथा साथ ही साथ लाल रंग का कुछ सामान जरूर बांटना चाहिए। कहा जाता है इससे देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।

 

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अपनी क्षमता अनुसार नवरात्रि की महाअष्टमी के दिन सुहागिनों श्रृंगार का सामान जरूर बांटना चाहिए। इस सामान में लाल रंग की साड़ी, लाल रंग की बिंदी, सिंदूर आदि दे सकते हैं। मान्यता है ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि के साथ-साथ धन की आवक बनी रहती है।

धार्मिक व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अष्टमी तिथि के दिन तुलसी के पौधे के समीप एक साथ 9 दिए प्रज्वलित करते हुए तुलसी के पौधे की परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है ये उपाय करने से घर-परिवार के पैदा रोग-दोष हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं।

महा अष्टमी के दिन देवी दुर्गा को लौंग की माला अर्पित करें तथा इसके बाद लाल गुलाब के फूलों से इनकी पूजा करें। इस उपाय को लेकर मान्यता है कि इसे करने से देवी दुर्गा अपने भक्तों के सभी कष्ट हर लेती हैं।

बहुत कम लोग हैं जिन्हें इस बारे में जानकारी है कि अष्टमी के दिन की गई पूजा हवन के बिना अधूरी मानी जाती है। इसलिए इस दिन हवन जरूर करना चाहिए। परंतु इस बात का खास ध्यान रखें कि हवन करते समय जो आहुति हवन में डालें वो इधर-उधर न गिरकर सीधा हवन कुंड में ही डालें।

उपरोक्त उपायों के अतिरिक्त महा अष्टमी के दिन देवी गौरी की चालीसा का पाठ व महागौरी की विधि वत रूप से पूजा अर्चना करने, माना जाता है इससे भी देवी प्रसन्न होती हैं और अपना आशीर्वाद देती है जिससे सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।

 

Jyoti

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