Gupt Navratri 2020: देवी दुर्गा करेंगी जीवन से दरिद्रता का खात्मा

Friday, Jan 31, 2020 - 12:31 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
3 फरवरी को साल 2020 के पहले गुप्त नवरात्रि का आख़िरी दिन है। लगभग लोग इन नौ दिनों के दौरान देवी मां को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं। परंतु कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो किसी न किसी कारण नवरात्रों में विधिवत देवी दुर्गा की पूजा नहीं कर पाते। कुछ लोग तो इस कारण अपने आप को बदकिस्मत तक समझने लगते हैं। क्योंकि हिंदू धर्म के शास्त्रों में नवरात्र को एक बहुत बड़ा पर्व बताया गया है। यहीं कारण है कि इस दौरान इहर कोई चाहता है कि वो देवी दुर्गा को प्रसन्न करके उनका असीम कृपा प्राप्त करें। मगर जैसे कि हमने ऊपर बताया कि बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिनमें आधे से ज्यादा को इन्हें प्रसन्न करना नहीं आता तो कुछ जो किसी कारण वश इन्हें प्रसन्न करने में असफल हो जाते हैं।

अगर आप इन दोनों में से किसी एक की सूची में शामिल हैं तो चलिए हम आपको इसके लिए ऐसा हल बताएंगे जिससे आप भी बड़ी सरलता से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त हो सकती है। दरअसल शास्त्रों में देवी दुर्गा को संबोधित मंत्रों के साथ-साथ तथा स्तुति व स्तोत्र बताए गए हैं, जिनके जाप से संतान प्राप्ति, रोग से मुक्ति, दरिद्रता का नाश, धन की प्राप्ति तथा अनेक तरह की कामनाएं पूरी हो सकती हैं। 

स्तोत्र 
जय भगवति देवि नमो वरदे जय पापविनाशिनि बहुफलदे। 
जय शुम्भनिशुम्भकपालधरे प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे॥1॥ 
जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरे जय पावकभूषितवक्त्रवरे। 
जय भैरवदेहनिलीनपरे जय अन्धकदैत्यविशोषकरे॥2॥ 
जय महिषविमर्दिनि शूलकरे जय लोकसमस्तकपापहरे। 
जय देवि पितामहविष्णुनते जय भास्करशक्रशिरोवनते॥3॥ 
जय षण्मुखसायुधईशनुते जय सागरगामिनि शम्भुनुते। 
जय दु:खदरिद्रविनाशकरे जय पुत्रकलत्रविवृद्धिकरे॥4॥ 
जय देवि समस्तशरीरधरे जय नाकविदर्शिनि दु:खहरे। 
जय व्याधिविनाशिनि मोक्ष करे जय वाञ्छितदायिनि सिद्धिवरे॥5॥ 
एतद्व्यासकृतं स्तोत्रं य: पठेन्नियत: शुचि:। 
गृहे वा शुद्धभावेन प्रीता भगवती सदा॥6॥

 

Jyoti

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