ब्रह्माण्ड का सबसे बड़ा ग्रह लाएगा देश-दुनिया में भ्रष्टता के चरम

Monday, Sep 11, 2017 - 09:03 AM (IST)

फलित के दार्शनिक मतानुसार बृहस्पति धर्म, ज्ञान, राजनीति, धन, समृद्धि, पुत्र व शिक्षा पर अपना आधिपत्य रखते हैं। कुंडली में श्रेष्ठ गुरु व्यक्ति को कष्टों से बचाकर समाजिक प्रभाव देता है। बृहस्पति तकरीबन 13 माह के बाद अपनी राशि बदल रहे है। देवगुरु मंगलवार दी॰ 12.09.17 को प्रातः 07 घं॰ व 59 मि॰ पर कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे।


बृहस्पति का राशि परवर्तन स्वयं में बड़ी ज्योतिषीय घटना है। देवगुरू बृहस्पति का अपने शत्रु दैत्यगुरू शुक्र की राशि तुला में गोचर सभी 12 राशि के जातकों को प्रभावित करेगा। इससे पहले गुरु अपने सौतेले पुत्र बुध की राशि कन्या में गोचर कर रहा था। कन्या एक द्विस्वभाव राशि है जिसमें बृहस्पति कभी भी उत्तम फल नहीं देते। परंतु अब बृहस्पति चर राशि तुला में आ गए हैं इसी कारण यह अपना शुभाशुभ प्रभाव राशियों के साथ-साथ पूरे संसार को भी देंगे। गुरू का यह गोचर मंगल, राहू व स्‍वयं नक्षत्र से होगा। राहू के नक्षत्र स्‍वाति में बृहस्पति सभी को हानि देंगे। बृहस्पति का राशि परिवर्तन एक बड़े बदलाव की ओर संकेत देता है। यह परवर्तन लोगों के नौकरी, व्यापार, परिवार, राजनीति, दांपत्य व स्वास्थ्य पर गहरा असर डालेगा।


वायु स्‍वभाव तुला राशि में बृहस्पति का गोचर सामाजिक व राजनीतिक असुंतुलन पैदा करेगा। सत्तारूढ़ राजनीतिक दल दृढ़ता से अपने निर्णय नहीं ले पाएंगे। इसी कारण अगले एक साल तक लोगों में सरकार व प्रसाशन के प्रति मोहभंग की स्थिति बनेगी। बृहस्पति का गोचर कालपुरुष की छठी राशि से सातवीं राशि में होगा। कालपुरुष की सप्तम राशि स्त्रीवर्ग को संबोधित करती है। ऐसे में स्त्रीवर्ग की राजनीति में पकड़ बनेगी व स्त्री की सामाजिक पकड़ मजबूत होगी। शोषित स्त्री वर्ग पुनः शक्ति अर्जित करने की ओर अग्रसर होगा। लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी तथा लोग मूलतः धर्म की राह छोड़कर अधर्म का साथ देंगे। अगले एक वर्ष तक बृहस्पति का गोचर समाज, राजनीति व आचरण को भ्रष्टता के चरम पर ले जाएगा। 


कालपुरुष का सातवीं राशि वाणिज्य को संबोधित करती है अतः बृहस्पति का गोचर कुछ जातकों हेतु नौकरी में सकारात्मक परिणाम के साथ-साथ नई नौकरी के मौके भी लाएगा। इस परिवर्तन से व्यापार में विस्तार के साथ-साथ ही पूरे साल कारोबार अच्छा रहेगा। कई जातकों के आर्थिक स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा। निवेश की बेहतरी से धनागमन बढ़ेगा। लोगों को रियल एस्टेट के क्षेत्र में सुधार देखने को मिलगा। सेहत की दृष्टि से यह परिवर्तन उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। लोगों को ह्रदय व किडनी की समस्या बहुत ज़्यादा परेशान करेगी। इस परिवर्तन से दांपत्य संबंध प्रबल होंगे तथा पारिवारिक स्थिति मजबूत होगी। अविवाहितों के लिए या गोचर खुशियां लेकर आएगा। इस दौरान कई प्रेमियों का संबंध विवाह के रूप में तब्दील होगा।


आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com 

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