गोपाष्टमी के शुभ मौके पर लगाएं इस दिशा में कामधेनु गाय की प्रतिमा, अन्न-धन से भर जाएगा घर

Tuesday, Nov 01, 2022 - 11:06 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
देश में अलग-अलग प्रांतों, राज्यों व शहरों में रहने वाले हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले लोग धूम धाम से गोपाष्टमी का पर्व मना रहे हैं। बता दें प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन ये पर्व मनाया जाता है। चूंकि धार्मिक ग्रंथों में गाय श्री कृष्ण को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन गाय के पूजा से गाय माता की कृपा तो होती ही है साथ ही साथ श्री कृष्ण का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म के तमाम देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन गाय व बछड़े की छोटी सी प्रतिमा खरीद कर घर लाना भी शुभ माना जाता है। लेकिन शास्त्रों में कामधेनु गाय की मूर्ति घर में रखना सबसे लाभकारी माना गया है। माना जाता है कि जिस घर में कामधेनु गाय की मूर्ति होती है। उस घर में कभी भी अन्न-धन की कमी नहीं रहती है। पर इसी के साथ ये भी जान लेना अति जरूरी है कि कामधेनु गाय की प्रतिमा किस धातु की और किस दिशा में इसको रखना सही होता है। क्योंकि कामधेनु गाय की प्रतिमा को लेकर वास्तु शास्त्र में बहुत से नियम बताए गए हैं। तो आइए जानते हैं इसी से संबंधित जानकारी-

वास्तु शास्त्र के अनुसार, कामधेनु गाय की प्रतिमा किसी भी धातु में लगाई जा सकती है। जरूरी नहीं कि घर में चांदी या सोने की मूर्ति लगानी चाहिए। आप चाहें तो तांबे या पीतल से बनी कामधेनु की प्रतिमा भी लगा सकते हैं। अगर आप धातु से बनी मूर्ति नहीं खरीद सकते तो फोटो भी लगा सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि कामधेनु गाय में मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और देवी सरस्वती के गुण मौजूद होते हैं। कामधेनु सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाली माता हैं। अगर आप इस प्रतिमा को अपने घर में लाते हैं तो ये आपके लिए बेहद शुभ कारक होगा।

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें

वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर या ऑफिस में गाय की मूर्ति को ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व कोने पर रखना शुभ माना जाता है। क्योंकि मान्यता है कि इस दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए इस दिशा में कामधेनु की मूर्ति लगाना सुख प्राप्ति का संयोग बढ़ा देता है। वहीं अगर ईशान कोण में जगह न हो तो आप उत्तर या पूर्व दिशा में भी इस प्रतिमा को रख सकते हैं।

कोशिश करें कि कामधेनु गाय की प्रतिमा पूजा घर में रखें क्योंकि यह सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। इसके साथ ही यहां पर देवी-देवताओं के साथ गाय की भी पूजा हो जाएगी।

इतना ही नहीं आप घर के प्रवेश द्वार पर इस मूर्ति या प्रतिमा को लगा सकते हैं। शास्त्रों के मुताबिक घर के मुख्य द्वार पर भी इसको लगाना शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि व सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

ऐसी मान्यताएं हैं कि जिस घर पर कामधेनु गाय मूर्ति होती है उस घर में कभी भी पैसे की कमी नहीं होती और घर के सदस्यों को कभी भी आर्थिक समस्याओं से नहीं जूझना पड़ता है। घर में गाय की बछड़े संग मूर्ति रखने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सौभाग्य और सुख -समृद्धि में वृद्धि होती है।

Jyoti

Advertising