Good Friday: यीशु के बलिदान दिवस को क्यों कहा जाता है 'गुड' फ्राइडे

Friday, Apr 19, 2019 - 09:38 AM (IST)

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आज प्रभु ईसा मसीह का बलिदान दिवस है, जो गुड फ्राइडे के रुप में दुनियां भर में मनाया जाता है। इस शुभ दिन को होली डे, ब्लैक डे, ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी पुकारा जाता है। प्रेम और ज्ञान का संदेश देने वाले प्रभु यीशु मसीह को रोम सरकार ने सलीब पर चढ़ा कर दर्दनाक मौत दी थी, उस दिन शुक्रवार था। कहते हैं की मृत्यु के तीन दिन बाद यानी उसके अगले संडे को वह दोबारा जीवित हो गए थे इसलिए उनकी शहादत के दिन को गुड फ्राइडे के रुप में मनाया जाता है और दोबारा जीवित होने के दिन को ईस्टर संडे कहते हैं। प्रभु यीशु मसीह का बलिदान दिवस गुड फ्राईडे के तौर पर दुनिया के मसीह विश्वासी बड़ी श्रद्धा से मनाते हैं।

प्रभु यीशु मसीह की कुर्बानी के बारे में यशायाह 53:4 में लिखा है कि सचमुच उन्होंने हमारे गम उठा लिए और हमारे दु:ख उठाए । वह हमारे अपराधों के लिए घायल किए गए। वे हमारे सभी गुनाहों के कारण कुचले गए। 

प्रभु यीशु मसीह के दु:खों को याद करते हुए गुड फ्राइडे के दिन से पहले 40 रोजे रखते हैं, जिसे 'लेंट' कह जाता है। क्योंकि मसीह विश्वासी इस पवित्र दिन को अपने जीवन मेें विशेष महत्व देते हुए कबूल करते हैं कि प्रभु यीशु मसीह ने अपना बहुमूल्य बलिदान दे कर उनके लिए मुक्ति का रास्ता खोल दिया है।

इन दिनों में मसीह विश्वासी दुआ में रहते हैं और समूह चर्चों में आयोजित प्रार्थना सभाओं में यीशु मसीह ने जो मानवता के भले के लिए सलीब पर दु:ख उठाए का जिक्र किया जाता है ।     

इस रोज़ गिरजाघर और घरों में साज सज्जा नहीं की जाती, सजावट के सामान को भी कपडे़ से ढक दिया जाता है। 


 

Niyati Bhandari

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