Good Friday: यीशु मसीह अपने बलिदान के बाद तीसरे दिन पुनः जीवित हो गए

Thursday, Mar 28, 2024 - 11:12 AM (IST)

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Good Friday 2024: गुड फ्राइडे के पवित्र दिन यीशू मसीह ने धरती पर रहने वाले प्रत्येक मनुष्य की स्वतंत्रता हेतु सलीब पर लटक कर कुर्बानी दी, जिसके बारे में हजारों वर्ष पूर्व नबियों द्वारा लिखित पवित्र बाइबल में भविष्यवाणी की गई थी।  प्रभु यीशू ने भी सलीबी मौत से पहले ही, जो कुछ उस समय उनके साथ होना था, उसके विषय में शिष्यों को बता दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके 12 शिष्यों में से ही एक उनको पकड़वाएगा।

उनके वचन के अनुसार 12 शिष्यों में से यहूदा इस्करियोती, जिसे यीशू बहुत प्यार करते थे, ने 30 सिक्कों के लालच में यीशू को पकड़वा दिया। यीशू के रूहानी उपदेश उस समय के प्रधान याजक तथा धर्म के ठेकेदारों की समझ से बाहर होने के कारण वे उनसे भयभीत थे। उन्होंने एक षड्यंत्र के द्वारा यीशू को हाकिम पीलातुस की अदालत में पेश करके उन पर यहूदियों का बादशाह कहलाने का दोष लगाया।

जब पीलातुस ने यीशू से उन पर लगाए गए आरोपों का स्पष्टीकरण मांगा, और जब पीलातुस ने यीशू में कोई दोष न पाया तो प्रधान याजक ने उन पर परमेश्वर का पुत्र कहलवाने का आरोप लगाया। यीशू ने इसका स्पष्टीकरण नहीं दिया, चुप रहे। पीलातुस ने यीशू को चुप देखकर कहा कि तू नहीं जानता कि यह मेरे वश में है कि मैं तुझे छोड़ दूं या सलीब दे दूं। तब यीशू ने पीलातुस को उत्तर दिया कि अगर तुझे ऊपर से अधिकार न दिया जाता तो मुझ पर तेरा कोई वश न चलता।


इस पर पीलातुस ने प्रधान याजकों, सरदारों तथा लोगों के समूह को बुला कर कहा, देखो, मैंने तुम्हारे सामने यीशू से पूछताछ की है, जो आरोप तुमने उस पर लगाए, वे सही नहीं पाए गए, इसलिए मैं यीशू को कोड़े मारकर छोड़ दूंगा। इस पर यहूदी शोर मचाकर कहने लगे कि अगर तूने यीशू को छोड़ दिया तो तू कैसर का मित्र नहीं। हरेक, जो अपने आपको बादशाह कहता है, वह कैसर के विरुद्ध बोलता है।

तब पीलातुस ने प्रधान याजकों और लोगों को राजी करने के इरादे से यीशू को कोड़े मारकर सलीब देने के लिए याजकों के हवाले कर दिया। जब दोपहर हुई तो सारी धरती पर अंधकार छा गया और तीसरे पहर तक रहा तो यीशू ऊंची आवाज में बोले, एली-एली लमा शबक्तनी (हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर तूने मुझे क्यों छोड़ दिया)।


यीशू मसीह के हाथों-पैरों में कील ठोके जा रहे थे, उनके सिर पर कांटों का ताज रखा जा रहा था तो उस समय यीशू ने उन पर जुल्म करने वालों के लिए इस प्रकार प्रार्थना की, ‘ऐ परमेश्वर, इनको माफ कर क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं’।

प्रभु यीशू मसीह ने हमेशा माफी, शांति, प्रेम, सद्भभावना का संदेश दिया। यीशू ने संसार पर आने वाली मुश्किलों के बारे में समस्त मानवता को सचेत किया, ताकि लोग अपने पापी जीवन में सुधार लाकर उनसे बच जाएं।

एक विलक्षण बात यह है कि वह अपने बलिदान के बाद तीसरे दिन पुन: जीवित हो गए। वह जगत में मौत के बाद भी एक आशा हैं। उनके जी उठने से सलीब, जो लानती मौत का प्रतीक समझी जाती थी, अब मुक्ति व पापों से छुटकारे का प्रतीक बन गई है।  

 

Niyati Bhandari

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