भगवान पत्थर में से भी प्रकट हो गए

Saturday, Sep 16, 2017 - 11:05 AM (IST)

श्री राधा कुंज बिहारी सेवा समिति के सौजन्य से साईंदास स्कूल की ग्राऊंड में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन की कथा सुनाते हुए कथा व्यास आचार्य श्री गौरव कृष्ण महाराज ने कहा कि भगवान तो भक्त के भाव में बैठे हैं तभी तो धन्ना जाट की भक्ति भावना के कारण भगवान पत्थर में से भी प्रकट हो गए क्योंकि भगवान भक्त के विश्वास को कभी नहीं तोड़ते। भगवान की अनेक लीलाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने भगवान के महारास का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि गोपियों ने भगवान के साथ शुद्ध प्रेम किया तथा शरद पूर्णिमा की रात को भगवान ने महारास रचाई, जो आत्मा का परमात्मा और जीव का ब्रह्म से मिलन है। भगवान शिव भी गोपी वेश में महारास में आए जिन्हें भगवान श्रीकृष्ण ने पहचान लिया। उन्होंने कहा कि पापों से बचना है तो आत्मा में परमात्मा मानकर प्रेम करो। इंसान भगवान के बनाए मंदिर हैं, इसलिए पहले इंसान से प्यार करो। इस मौके रुकमणी विवाह पर ‘कोई मेरे हाथों पे मेहंदी सजा दो, मुझे शाम सुन्दर की दुल्हन बना दो’भजन की धुन पर झूमते हुए भक्तों ने खूब समय बांधा।


मुख्य यजमान संजीव वर्मा और नीलू वर्मा ने व्यासपीठ का पूजन किया जबकि मेजर अरोड़ा, गोपी वर्मा, रघुनाथ शर्मा, विकास ग्रोवर, गौरव भल्ला, ईशू महेन्द्रू, राहुल महेन्द्रू, कमलजीत मल्होत्रा, हेमंत थापर, परमिन्द्र जीत, विशाल चौधरी, विनय प्रताप सिंह, सुनील नैयर, ब्रजेश जुनेजा, अमित वर्मा, विनोद वर्मा, कृष्ण बेदी, किशन लाल, कुलदीप नैयर, अश्विनी मिंटा, अमित अरोड़ा, संदीप शर्मा, सूरज, परमजीत, छज्जू राम जलोटा व अन्य भी मौजूद थे। इस मोके पर मुख्यातिथि स्वामी कृष्णानंद जी महाराज, विधायक सुशील रिंकू, एडवोकेट उमेश ओहरी व रूपिका ओहरी, तहसीलदार राम, सुभाष अरोड़ा, पार्षद मेजर सिंह, अनिल कुमार व अन्य।

- वीना जोशी

Advertising