Gita Jayanti 2025: इस तिथि को मनाया जाएगा गीता जी का जन्मोत्सव, बनेंगे शुभ योग
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 07:12 AM (IST)
Gita Jayanti 2025 Date: हिन्दू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है। (Gita Jayanti 2025 Date) 2025 में यह शुभ पर्व 1 दिसंबर, सोमवार को पड़ेगा। द्वापर युग में कुरुक्षेत्र के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो दिव्य ज्ञान दिया, वही “भगवद्गीता” कहलाता है। यह दिन मानव जीवन के लिए धर्म, कर्म, भक्ति और मोक्ष का सर्वोच्च संदेश देता है। कहा गया है कि इस तिथि पर श्रीकृष्ण की भक्ति करने से जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति, पापों का क्षय और जीवन में स्पष्टता (Clarity & Wisdom) की प्राप्ति होती है।

मोक्षदा एकादशी तिथि की अवधि—
आरंभ: 30 नवंबर 2025, रात 09:29 बजे
समापन: 1 दिसंबर 2025, शाम 07:01 बजे
उदया तिथि होने के कारण 1 दिसंबर को ही गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

Gita Jayanti 2025 Shubh Yog गीता जयंती 2025 शुभ योग
इस बार एकादशी के दिन दो अत्यंत शुभ योग बन रहे हैं शिववास योग। जिसमें पूजा करने से फल अनेक गुना बढ़ जाता है।
अभिजीत मुहूर्त – यह काल हर कार्य के लिए सिद्ध माना जाता है।
इन योगों में श्रीकृष्ण-लक्ष्मीनारायण की आराधना करने से अक्षय पुण्य, सुख-समृद्धि, और मनोकामना सिद्धि प्राप्त होती है।
Gita Jayanti 2025 Puja Vidhi गीता जयंती पूजा विधि
सुबह स्नान कर व्रत-नियम लें
श्रीकृष्ण, अर्जुन और गीता ग्रंथ का पूजन करें
गीता के किसी भी अध्याय का पाठ करें (विशेषतः 12वां या 18वां अध्याय)
तुलसीपत्र, पीला फूल और घी का दीप अर्पित करें
“कर्म करो, फल की चिंता मत करो”—इस उपदेश को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लें

Krishna Mantra for Gita Jayanti गीता जयंती पर करें भगवान श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप
ॐ कृष्णाय नमः
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
ॐ श्रीकृष्णः शरणं ममः
ॐ देवकीनन्दनाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नः कृष्णः प्रचोदयात्
ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाय कुण्ठमेधसे।
सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कुरु।।

