जानें, स्वर्ग में किन लोगों को नहीं मिलती जगह?

Saturday, May 02, 2020 - 02:09 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जाने धर्म के साथ
वैसे तो हिंदू धर्म के लगभग हर शास्त्र व ग्रंथ में मृत्यु से जुड़ी बातें लिखी हैं। मगर गरुड़ पारण में मौत से संबंधित ऐसे तथ्य लिखे हैं जिनके बारे में हर किसी को जानना चाहिए। बता दें हिंद धर्म में जिस तरह बाकि के ग्रंथों को महत्व प्राप्त है ठीक उसी प्रकार गरुड़ पुराण को भी विशेष महत्व प्रदान है। इसमें न केवल मौत से पहले बल्कि बाद मृत्यु के बाद आत्मा के विचरण के साथ-साथ काफी कुछ बताया गया है। इतना ही नहीं इसके अलावा इसमे ये तक बताया गया है कि मानव जीव कौन से कर्म करने पर मुक्ति पाता है तथा कौन से कर्म उसे नरक में धकेलते हैं। तो आइए विस्तारपूर्वक जानें इस बारे में-

इस कलियुग में जो इंसान ईश्वर को भूलकर केवल अपने कुटुंबीजनों के भरण-पोषण में लगा रहता है, किसी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान में भागीदार नहीं बनता, साधु संतों को दान नहीं करता, ऐसा व्‍यक्ति नरक में स्थान पाता है।

आज कल के समय में जहां धर्म को स्थापित करना अति आवश्यक है, अगर कोई अधर्म के कार्य करता है तथा दूसरों को भी अधर्म के कार्यों में शामिल करता है तथा ऐसे कार्यों से कमाए धन को घर परिवार पर खर्च करता है, मृत्यु के बाद वह समस्त नरकों को भोगकर अंत में अंधतामिस्‍त्र नरक में स्थान पाता है।


गरुड़ पुराण में लिखा गया है कि जो स्‍त्री और पुरुष अनैतिक रूप से हर समय काम-वासना में लिप्त रहते हैं, पुण्य तिथियों में, व्रत आदि के दौरा तथा श्राद्ध आदि के दिनों में संबंध बनाते हैं उनको पाप के भागी मानकर तामिस्‍त्र, अंधतामिस्‍त्र और रौरव नामक नर‍क में भेजा जाता है। 


ऐसा व्‍यक्ति जो ईश्‍वर के निमित्त दान न करके केवल स्‍वयं का या फिर अपने कुटुंबीजनों का ही पेट भरता है, ऐसा व्‍यक्ति नरक का भागीदार बनता है। ऐसे व्‍यक्ति को कुड्मल, कालसूत्र, पूतिमृत्तिक जैसे नरक भोगने पड़ सकते हैं।


कुछ लोगों की आदत होती है कि वो दूसरों से अपनी ज़रूरत के वक्त पैसे उधार तो ले लेते हैं मगर जान बूझ कर वापिस नहीं करते। उनके बारे में कहा जाता है कि उनकी भगवान के यहां होता है। ऐसा कहा जाता है कि मृत्यु के बाद जब ऊपर दोनों पक्ष मिलते हैं तो जिसका धन लेकर मरे हैं, वह अपना धन मांगता ज़रूर है। जिसके बाद दोनों के बीच विवाद को जानकर यमदूत कर्ज़ लेने वाले का मांस काटकर उसे दे देते हैं जिसका धन लेकर मरे थे। इस समय वह व्यक्ति कष्ट से छटपटाता है। जिसके बाद व्यक्ति को रौरव नरक में भेज दिया जाता है।


जो लोग गलत रास्‍ते पर चलकर दूसरों से बैर भाव रखते हैं तथा इसकी मदद से अपना और अपने परिवार का पेट भरते हैं वो एकाकी नरक में जाते हैं।

Jyoti

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