गरुड़ पुराणः हर व्यक्ति में होना चाहिए ये एक गुण !

Tuesday, May 14, 2019 - 12:46 PM (IST)

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कहते हैं कि हर इंसान को अपने जीवन में गलत कामों और बुरी आदतों से बचना चाहिए। क्योंकि अगर घर का एक सदस्य भी गलत कामों में पड़ जाए तो घर की सुख-शांति भंग हो जाती है। जीवन में आने वाली हर परेशानी का सामना व्यक्ति को खुद ही करना पड़ता है। तो ऐसे में गरुड़ पुराण के आचारकांड में नीतिसार नाम के अध्याय में ऐसे काम बताए गए है, जिसे करने से व्यक्ति अपनी परेशानी से बच सकता है। तो आइए जानते हैं उन कामों के बारे में।    

जब हम कोई नया काम शुरू करते हैं तो उसमें धैर्य बनाने की जरूरत होती है। क्योंकि कोई भी काम बिना धैर्य के पूरा नहीं हो सकता है और जल्दबाजी में किए गए कार्यों का नतीजा हमेशा बुरा ही आता है। इसलिए किसी भी स्थिति में व्यक्ति को धैर्य नहीं छोड़ना चाहिए। 

अगर किसी व्यक्ति में ज्यादा क्रोध हो तो उसके सोचने-समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है। हर व्यक्ति को अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए। वरना परिस्थितिया उसके हाथ से निकल जाती हैं। 

पांच इंद्रियां आंख, नाक, कान, मुंह और त्वचा को हमेशा वश में रखना चाहिए। अगर ये इंद्रियां वश नहीं रहेंगी तो जीवन परेशानियां बनी रहती हैं।

जो लोग मन और शरीर की पवित्रता बनाए रखते हैं, उन्हें देवी-देवता की प्रसन्नता प्राप्त होती है। मन की पवित्रता अच्छे विचारों से होती है और शरीर की पवित्रता साफ-सफाई से होती है।

कहते हैं कि हर व्यक्ति को गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद करते रहना चाहिए। हर किसी के अंदर उनके लिए दया की भावना होना बहुत जरूरी होता है। 

बाहर हो या घर हो हर इंसान को मीठे वचन ही बोलने चाहिए, अगर अनजाने में भी किसी ने को कुछ कह दिया हो तो तुरंत माफी मांग लेनी चाहिए। 

किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में किसी के प्रति जलन की भावना नहीं रखनी चाहिए। जो लोग ऐसी भावना को अपने मन में रखते हैं वह कभी न खुद आगे बढ़ते हैं और न ही दूसरों को आगे बढ़ने देते हैं। 

Lata

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