गरुड़ पुराणः ऐसे रखें इन दो लोगों से अपना बर्ताव
Friday, Apr 12, 2019 - 11:38 AM (IST)
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गरुड़ पुराण में ऐसी बहुत सारी बातों के बारे में बताया गया, जिससे कि व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली परेशानियों का सामना आसानी से कर सकता है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि कुछ लोगों के हाथों से बना भोजन नहीं करना चाहिए और न ही ऐसे लोगों से किसी तरह का संबंध रखना चाहिए। कहते हैं कि बुरे लोगों के हाथ से बना खाना खाने से उसके पापों का दोष लगता है। जैसे कि अपराधी, नशे का व्यापारी, अत्यधिक क्रोधी, निर्दयी, ब्याजखोर, अस्वस्थ व्यक्ति, हिजड़ा और चरित्रहीन महिला के हाथ का भोजन नहीं करना चाहिए। हालांकि गुरुढ़ पुराण में इस संबंध में विस्तार से उल्लेख मिलता है कि ऐसा क्यों करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में-
हिजड़ों को नपुंसक या किन्नर भी कहा जाता है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि इन्हें दान देना चाहिए, लेकिन इनसे कुछ लेना नहीं चाहिए और न ही भोजन करना चाहिए। किन्नर कई प्रकार के लोगों से दान में धन प्राप्त करते हैं। इन्हें दान देने वालों में अच्छे व बुरे दोनों ही प्रकार के लोग होते हैं इसीलिए इनके यहां का भोजन वर्जित है। इनसे किसी भी प्रकार का दान लेने भी वर्जित है और इनसे किसी भी प्रकार का संबंध रखना भी वर्जित है।
चरित्रहीन स्त्री का अर्थ यह है कि जो स्त्री स्वेच्छा से पूरी तरह अधार्मिक आचरण रखती है। उसके जीवन में प्रेम ही सबकुछ है। गरुड़ पुराण के अनुसार जो व्यक्ति ऐसी स्त्री के हाथ या उसके यहां का भोजन करता है, वह भी उसके पापों का फल प्राप्त करता है। यह नियम चरित्रहीन पुरुष पर भी लागू होता है। ऐसे लोग समाज को विकृत करने की क्षमता रखते हैं। समाज जब विकृत होता है तो उसका पतन भी तय हो जाता है।
वर्तमान में समाज में ऐसी कई महिलाएं भी हो चली है जो कि आधुनिकता के नाम पर स्वच्छंद जीवन यापन कर रही हैं। उनके इस आचरण का कई पुरुष भी समर्थन करते हैं। वर्तमान में चरित्रहीनता को आधुनिक शब्दों और परिवेश में ढालकर उसे सभ्य बनाया जा रहा है।