गरुड़ पुराणः जानें, किस पाप से मिलती है कौन सी योनि ?

Wednesday, Jun 19, 2019 - 10:11 AM (IST)

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गुरुड़ पुराण में बताया गया है कि हर जीव का पुनर्जन्म होता है। क्योंकि शास्त्रों में बताया है कि जिसका जन्म होता है, उसकी मृत्यु अवश्य होती है। कहते हैं कि इंसान का जन्म उसके कर्मों के हिसाब से ही होता है और मृत्यु भी उसके कर्म पूरे भोगने पर ही होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं की मौत होने के बाद व्यक्ति को किस योनि में जन्म लेना पड़ता है। अगर नहीं तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं। 

गरुड़ पुराण के अनुसार दूसरे की पत्नी से संबंध बनाने वाला व्यक्ति घोर नरक में जाना पड़ता है। फिर वहां उसे पहले भेड़िया फिर कुत्ता, गिद्ध, सियार, सांप, कौआ और अंत में बगुला की योनि प्राप्त होती है। इन सब जन्मों के पूरे होने के बाद ही उसे मनुष्य योनि मिलती है। 

कहते हैं जो इंसान अपने से बड़ों का अपमान करता है उसे कौंच नामक पक्षी के रूप में जन्म लेना पड़ता है। इतना ही नहीं, 10 वर्षों तक उसे इसी योनि में रहना होता है। फिर उसे मनुष्य तन की प्राप्ति होती है।

जो लोग सोने की चोरी करते हैं उन्हें कीड़े-मकोड़े की योनि में जन्म लेना पड़ता है। वहीं जो व्यक्ति चांदी की वस्तु चोरी करता है उसे कबूतर की योनि मिलती है। सुगंधित पदार्थ की चोरी करने वाला व्यक्ति छछुंदर की योनि में जन्म लेता है।

शास्त्रों में बताया गया है कि देवताओं और पूर्वजों को संतुष्ट किए बिना मरने वाला इंसान सौ साल तक कौए का जीवन व्यतीत करता है। उसके बाद मुर्गा, फिर एक महीने के लिए सांप की योनि में रहने के बाद उसके पापों का अंत होता है। तब जाकर बह मनुष्य के रूप में जन्म लेता है। 

जो व्यक्ति किसी शस्त्र से किसी की जान लेता है उसे गधे की योनि में जन्म लेना पड़ता है। उसके बाद वह हिरण का जीवन व्यतीत करता है और फिर उसकी हत्या भी किसी शस्त्र से ही होती है। फिर वह मछली, कुत्ता, बाघ और अंत में मनुष्य योनि को प्राप्त करता है। 

Lata

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