गरुड़ पुराण: इन चीज़ों को केवल देखने से मिल जाता है पूजा का फल

Monday, Jun 20, 2022 - 03:02 PM (IST)

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हिंदू धर्म में अनेकों ग्रंथ व पुराण है, जिसे पढ़ने के बाद न केवल हिंदू धर्म के बारे में जानने को मिलता बल्कि अन्य तरह की जानकारी भी प्राप्त होती। आज जिस पुराण की हम बात करने जा रहे हैं, उसे हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक माना जाता है। आपको बता दें हम बात कर रहे हैं गरुड़ पुराण की। बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें इस पुराण के बारे में पता है, परंतु इसमें किन किन बातों का वर्णन है इस बारे में बहुत कम लोग जानकारी रखते है। बल्कि ज्यादातर लोग तो ये सोचते हैं कि इसमें केवल मृत्यु के बाद आत्मा के सफर से जुड़ी जानकारी ही वर्णित है। परंतु ऐसा बिल्कुल नही है। जी हां, बता दें इसमें इसके अलावा कई बातों का वर्णन किया गया है। आज हम आपको इस आर्टिकल में गरुड़ पुराण में बताई गई ही कुछ खास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। जो मानव जीवन को बेहतर बनाने में उपयोगी मानी जाती है। तो आइए जानते हैं इनसे जुड़ी खास बातें- 

सबसे पहले बात करते हैं गाय की। गाय को हिंदू धर्म में मां के समान दर्जा प्राप्त है। ऐसा माना जाता है कि गाय का दूध मनुष्य के लिए अमृत के जैसा होता है। गरुड़ पुराण के मुताबिक गाय के दूध को देख लेने मात्र से ही व्यक्ति को अनेकों पूजा पाठ के सामान पुण्य प्राप्त होता है।

बहुत कम लोग हैं जिन्होंने गाय को अपने ख़ुरों से जमीन को खुरचते हुए देखा होगा। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो व्यक्ति गाय को अपना पैर जमीन से खुरचते हुए देखता है। वो पुण्य का भागीदार होता है, ऐसा देखने पर आपको कोई न कोई खुशखबरी ज़रूर मिलती है।

हिंदू धर्म में हाथी को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में माना जाता है अगर किसी इंसान को सुबह घर से बाहर जाते समय या किसी शुभ कार्य में जाते समय रास्ते में हाथी दिखता है तो समझ जाईए आपको दिन सफल हो गया है। हाथी के दिखने को शुभ संकेत माना जाता है।

प्राचीन काल से ही गाय के गोबर का इस्तेमाल घरों के आंगन को लीपने और इससे बनाए उपलों का पूजा-पाठ और मांगलिक कार्यों में उपयोग किया जाता रहा है। गरुड़ पुराण के अनुसार घर के सामने यदि गाय गोबर करती है तो ये उस घर के लिए शुभ संकेत होता है।

प्राचीन काल में लोग अपने घरों में गौशाला बनवा कर गायों की सेवा करते थे। परंतु आज के दौर में हमारे घरों में इतनी जगह ही नहीं होती कि हम गौशाला बनवा सकें। ऐसे में अगर आप गौशाला के दर्शन भी कर लेते इससे पुण्य की प्राप्ति होती है। गरूड़ पुराण के अनुसार गौशाला के दर्शन व सेवा से भगवान की पूजा जितना फल प्राप्त होता है। 

गरुड़ पुराण में बताया गया है कि गाय के पैरों के दर्शन करना तीर्थ दर्शन करने के समान है। तो वहीं गाय के पैरों को छूने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान शुद्धि के लिए गोमूत्र का इस्तेमाल किया जाता है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि गोमूत्र बहुत शुद्ध और पवित्र होता है और यदि कोई व्यक्ति गोमूत्र देखता है या फिर ग्रहण करता है तो उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही ऐसा इंसान बिमारियों से भी दूर रहता है।

Jyoti

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