Kundli Tv- गणपति का ये मंत्र भर देगा आपकी सूनी गोद

Wednesday, Dec 12, 2018 - 01:48 PM (IST)

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शास्त्रों में मां बगलामुखी के अंग देवता हरिद्रा गणपति कहे गए हैं। जो व्यक्ति मां की साधना करते हैं उनके लिए हरिद्रा गणपति की साधना करना जरूरी है। शत्रु नाश हो या जादू-टोना, तंत्र-मंत्र सभी पर यह विजय दिलवाते हैं। जब मां त्रिपुरसुन्दरी ने इनका स्मरण किया तो हरिद्रा गणपति ने प्रकट होकर भण्डासुर दैत्य के अभिचार यंत्र का नाश कर दिया था। हरिद्रा का अर्थ होता है हल्दी। इसका प्रयोग हिंदू धर्म में होने वाले सभी शुभ कामों के लिए किया जाता है खासकर शादी-विवाह में हल्दी का लेप लगाए जाने का विधान है। हल्दी शुभ, सुख-सौभाग्य देने वाली और विघ्नों का विनाश करने वाली है। यहां तक की बहुत सारे रोगों का नाश भी इससे संभव है।

तभी तो हरिद्रा गणपति को मंगलसूचक माना गया है। उनका स्वरूप बड़ा निराला है। इन्होंने पीले रेशमी वस्त्र धरण किए हुए हैं, गणपति का वर्ण भी पीला है। स्वर्ण मुकुट से सजी इनकी चतुर्भुजी प्रतिमा किसी का भी मन मोह लेती है। गणपति के ऊपरी दाएं हाथ में अंकुश, निचले दाएं हाथ में वरद मुद्रा, ऊपरी बाएं हाथ में पाश व निचले बाएं हाथ में एक रत्नकुंभ धारण किए हुए हैं।

हरिद्रा गणपति के विशेष मंत्र का जाप करने से न केवल मनचाहा साथी मिलता है बल्कि बेरोजगारों को अच्छी जॉब भी मिलती है।

हरिद्रा गणेश मंत्र- हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपतये वर वरद सर्व जन हृदयं स्तम्भय-स्तम्भय स्वाहा।॥

इस मंत्र के 4 लाख जाप और 40 हज़ार हवन की आहुति से विवाह और संतान सुख के योग बनने लग जाएंगे।
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Niyati Bhandari

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