गंगा सप्तमी 2019ः डुबकी लगाते समय जरूर करें इन मंत्रों का जाप

Saturday, May 11, 2019 - 12:23 PM (IST)

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वैशाख माह शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन गंगा की आराधना व पूजन करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और साथ ही गंगा स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। ऐसा माना गया है कि एक डुबकी देवी-देवताओं के नाम से, एक अपने पुरखों के नाम से और एक अपने परिवार के नाम से जरूर लगानी चाहिए। लेकिन क्या आपको पता है कि गंगा में डुबकी लगाते समय किन मंत्रों का जाप करने से आपको दोगुना फल मिल सकता है ? अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं उन मंत्रों के बारे में जिनके जाप करने से आपको मिल सकता है दोगुना अधिक फायदा। 

हमारे यहां नदियों को माता के रूप में माना गया है। एक पावन तिथि पर इन नदियों में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसे में गंगा सप्तमी अर्थात मां गंगा के अवतरण वाले दिन गंगा जी में स्नान करते समय इस मंत्र का जाप आपकी सभी मनोकामना को पूर्ण करता हुआ मोक्ष प्रदान करता है। 

मंत्रः
गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु।।

किसी भी पवित्र नदी में स्नान करते समय इस दिव्य मंत्र का जाप साधक को सभी तरह के कार्यों में सफलता प्रदान करता है। चूंकि गंगा सप्तमी के दिन ही मां गंगा पृथ्वी पर आईं थी, इसलिए इस पावन तिथि पर मोक्ष की कामना लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसिद्ध गंगा घाटों पर जाकर आस्था की डुबकी लगाते हैं। 

गंगा का मंत्रः
गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा की कृपा और पापों से मुक्ति पाने के लिए इस विशेष मंत्र का पाठ अवश्य करें। श्रद्धा एवं भक्ति के साथ इस मंत्र का जाप पापों से मुक्त करता हुआ जीवन को मंगलमय बनाता है। 

“गंगागंगेति योब्रूयाद् योजनानां शतैरपि ।
मुच्यते सर्व पापेभ्यो विष्णुलोकं सगच्छति। तीर्थराजाय नमः”

ऐसा माना गया है कि गंगा के दर्शन कर लेने से भी व्यक्ति को मनचाहा फल मिलता है। तो दर्शन करते समय इस मंत्र का जाप करना न भूलें। 

मंत्रः
गंगे तव दर्शनात् मुक्ति।

Lata

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