Ganga Saptami 2022: ऐसे करें इस दिन पूजन, कार्यक्षेत्र में मिलेगी तरक्की

Saturday, May 07, 2022 - 04:20 PM (IST)

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जैसे कि अपनी वेबसाइट के माध्यय से हम आपको इस बारे में जानकारी दे चुके हैं कि इस वर्ष यानि 2022 में गंगा सप्तमी का पर्व 08 मई दिन रविवार को पड़ रहा है। पौराणिक ग्रंथों में इसका क्या महत्व है इस बारे में हम आपको लगातार बता रहे हैं, साथ ही साथ इस दिन कैसा दुर्लभ व शुभ संयोग बन रहा है, इस बारे में भी हमने आपको जानकारी प्रदान कर रहे हैं। इसी बीच हम आपको बताने जा रहे हैं कि गंगा सप्तमी के दिन कि जाने वाले खास उपायों के बारे में- 

लेकिन इससे पहले बात करते हैं कल के शुभ योग की- 
बता दें गंगा सप्तमी को लेकर विभिन्न ज्योतिषियों की अपनी अलग गणना है जिसके अनुसार इस दिन का महत्व भी कई रूप में विशेष माना जा रहा है। कुछ ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार गंगा सप्तमी के दिन यानि 08 मई रविवार को रवि पुष्य नामक शुभ योग बन रहा है, जिस कारण वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की इस सप्तमी तिथि को बेहद शुभ माना जा रहा है। बता दें रविवार के दिन रवि पुष्य योग प्रातः 02 बजकर 58 मिनट तक पुष्य योग रहेगा। माना जा रहा है कि रविवार के दिन रवि पुष्य नामक योग लगने के कारण इस दिन का श्रद्धालु अधिक लाभ उठा पाएंगे। 

धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो रविवार के दिन पड़ रही इस सप्तमी तिथि को उत्तम माना जाता है, क्योंकि सप्तमी तिथि और रविवार दिन, दोनों के ही स्वामी सूर्य देव कहलाते हैं। ऐसे में बार गंगा सप्तमी पड़ने पर, भक्त वैशाख सप्तमी के दिन सूर्य देव की अधिक कृपा प्राप्त कर सकते हैं। 

रविवार को गंगा सप्तमी पूजा विधान- 
भविष्य पुराण के अनुसार वैशाख सप्तमी के दिन रविवार होने पर सूर्य देव की भक्ति भाव से पूजा करनी लाभदायक रहती है। 
इस दिन सूर्य देव को घी और उड़द से बनी चीजों का नैवेद्य देना चाहिए। 
हाथ में अंगूर लेकर सूर्य देव को अर्घ्य दें तथा उड़द का दान करें। 
माना जाता है कि ऐसा करंने से मनुष्य की काया निरोगी होती है और मुख्य रूप से कार्यक्षेत्र में प्रगति होती है।

पुराणों में वैशाख शुक्ल सप्तमी का महत्व-
बहुत कम लोग जानते हैं कि भविष्योत्तर पुराण में वैशाख शुक्ल सप्तमी को निंब सप्तमी कहा गया है, जिसमें नीम के पत्तों का सेवन फायदेमंद बताया गया है। तो वहीं पद्म पुराण में इसे शर्करा सप्तमी कहा गया है जिसमें सफेद तिल को जल में मिलाकर स्नान करके सूर्य देव की पूजा करके दान करने का विधान है। पद्म पुराण में वैशाख शुक्ल सप्तमी को कमल सप्तमी भी कहा गया है, इसमें सोने का कमल बनाकर उसके ऊपर सूर्य देव की प्रतिमा रखकर उनकी पूजा करके दान करने का विधान बताया गया है जो सुख समृद्धि प्रदान करता है। 

गंगा सप्तमी पर दान पूजा का महत्व-
इस दिन गंगा जल और सफेद तिल मिलाकर स्नान करें और गंगा जल से सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए।
श्रद्धा के अनुसार इस दिन चीनी, चावल, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, दूध का दान चाहिए।
इसके अलावा पंखा, घड़ा और फल का दान करने से समृद्धि बढ़ती है। 

Jyoti

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