कोरोना के कारण नहीं कर पाएंगे गंगा स्नान, तो कर लें ये छोटा सा काम

Saturday, May 30, 2020 - 12:59 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
प्रत्येक वर्ष के ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरे का पर्व मनाया जाता है, जो इस साल 01 जून को मनाया जाएगा, जिसके ठीक अगले दिन निर्जला एकादशी का पर्व पड़ रहा है। कथाओं के अनुसार इस विशेष तिथि पर राजा भागीरथ ने कठोर तप कर मां गंगा को स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित किया था। यही कारण है इस दिन गंगा स्नान आदि का अधिक महत्व माना जाता है। साथ ही इस दिन दान आदि करने से अक्षय पुण्य प्राप्ति होती है। परंतु हो सकता है इस बार कोरोना के चलते इस बार गंगा स्नान व पूजन आदि करना श्रद्धालुओं के लिए संभव न हो। इसलिए कहा जा रहा है इस परिस्थिति में लोग घर में गंगा मां का ध्यान कर व स्नान के पानी में ज़रा सा गंगा जल मिलाकर स्नान करने से भी समस्त प्रकार के पापों से मुक्ति मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं इस दिन स्नान आदि के अलावा क्या करने से आपको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है-

गंगा दशहरा पर घर पर स्नान
जैसे कि हम ने आपको उपरोक्त बताया कि कोरोना महामारी के चलते इस समय गंगा स्नान संभव नहीं है, ऐसे में गंगा दशहरा का पुण्य पाने के लिए घर में नहाने के पानी में गंगाजल की कुछ बूंदे डालकर स्नान करें। मगर ध्यान रहे इस दौरान निम्न मंत्रों में से किसी एक मंत्र का जाप अवश्य करें।

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु।।
या
और ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः 


इसके अलावा गंगा दशहरा पर करें इन चीज़ों का दान-
प्रातः स्नान के बाद किसी गरीब व्यक्ति को पानी से भरा हुआ घड़े का दान ज़रूर करें। कहा जाता है ज्येष्ठ माह में अधिक गर्मों होती है इसलिए जल का दान करना अधिक शुभ माना जाता है। इसलिए हर किसी को इस दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी का दान करना चाहिए। आप राहगीरों के लिए पानी पीने की व्यावस्था भी कर सकते हैं, मगर ध्यान इस दौरान सोशल डिसटैनिसिंग का पूरा ध्यान रखें।

इसके अलावा इस दौरान मौसमी फल का दान करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है।

Jyoti

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