Ganga Dussehra 2022: इन 10 स्नान व दान करने से होती है हर पुण्य की प्राप्ति

Sunday, Jun 05, 2022 - 09:57 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धऱ्म के साथ

प्रत्येक ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरे का पर्व मनाया जाता है, जो इस बार 09 जून दिन गुरुवार को पड़ रहा है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन को मां गंगा को समर्पित किया गया है। कहते हैं मां गंगा भवतारिणी का इस दिन पृथ्वी पर आगमन हुआ था। प्रचलित पौराणिक मान्यताओं हैं राजा भागीरथ अपने पूर्वजों की आत्मा का उद्धार करने के लिए गंगा को पृथ्वी पर ले आए थे, जिस कारण गंगा मां को भागीरथी के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है जो व्यक्ति इस दिन व्रत, स्नान, दान करता है उसे अपने अनेक प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। तो आइए इस खास अवसर पर जानते हैं 10 तरह के खास स्नान कथा इस दिन किए जाने वाले 10 खास दान, जिन्हें करने से व्यक्ति अपने पापों से मुक्ति पा सकता है।



धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है कि दैहिक शुद्धि के लिए  गंगा दशहरा पर दशविध स्नान करना शुभ होता है। दशविध स्नान का नाम सुनकर लोग सोचते हैं कि इसे केवल गंगा घाट आदि पर किया जा सकता है परंतु ऐसा नहीं है, परंतु बता दें कि आप घर में भी दशविध स्नान कर सकते हैं। आइए अब जानते हैं किस प्रकार के होते हैं दशविध स्नान-

गंगा दशहरा के दिन घर में करें ये 10 स्नान:
गोमूत्र से स्नान
गोमय (गाय का गोबर) से स्नान
गौ दुग्ध (गाय का दूध) से स्नान
गोदधि (गाय का दही) से स्नान
गौघृत (गाय का घी) से स्नान
कुशोदक (जल जिसमें कुश घास की पत्तियाँ छोड़ी गई हों) से स्नान
भस्म से स्नान
मृत्तिका (मिट्टी) से स्नान
मधु (शहद) से स्नान
पवित्र जल से स्नान
इन 10 चीजों का दान करें



इसके अलावा धार्मिक शास्त्रों के अनुसार गंगा दशहरा के अवसर पर जितना स्नान करने का महत्व है उतना ही लाभकारी होता है इस दिन दान करने का। बता दें इस दिन 10 चीज़ें का दान करने से मानव व्यक्ति के जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पा सकते हैं। तो वहीं इस दिन दान करने से ग्रहों की पीड़ा से भी मुक्ति पाना आसान हो जाता है।ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन जल, अन्न, फल, वस्त्र,पूजन व सुहाग सामग्री, घी, नमक, तेल, शक्कर और स्वर्ण का दान करने व्यक्ति को हर तरह का लाभ मिलता है।

इसके अतिरिक्त गंगा दशहरा के दिन करें इस मंत्र का जप-
मां गंगा की वरदान पाने के लिए ''ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः'' मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से मनुष्य के पाप नष्ट होते हैं और उसे परम पुण्य की प्राप्ति होती है।

Jyoti

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