Ganesh Utsav 2020: गणपति विसर्जन के समय ज़रूर करें इन मंत्रों का जप

Thursday, Aug 27, 2020 - 06:24 PM (IST)

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01 सितंबर अनंत चतुर्दशी को इस साल के गणेशोत्सव का अंत हो जाएगा, जिसके ठीक अगले दिन पितृ पक्ष आरंभ हो जाएगा। कहा जाता है जिस तरह लोग धूम धाम भाद्रपद की चतुर्थी तिथि को अपने घरों में बप्पा को लेकर आते हैं, ठीक उसी तरह धूम धाम से विसर्जन के लिए जाते हैं और भगवान गणेश से अगले बरस जल्दी आने की गुजारिश करते हैं। इस साल के गणेशोत्सव के नज़ारे में तो हर कोई जानता है कि कोरोना के चलते इस बार महाराष्ट्र की सड़कों पर इसकी धूम देखने को नहीं मिली। अब विसर्जन के लिए लोग किसी भीड़-भड़ाके वाली जगह की अपने घरों में ही Eco-Friendly बप्पा का अनेक प्रकार से विसर्जन करने को सोच रहे हैं। ऐसे में बता दें बहुत ज़रूरी है हर किसी को पता हो कि इस दरान विघ्नहर्ता भगवान गणेश के किन मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए। जी हां, आप सही समझ रहे हैं हमने इस आर्टिकल में भगवान गणेश के तमाम मंत्रों के बारे में ही बता रहे हैं जिनका जाप अगर आप गणपति विसर्जन के समय करेंगे तो आपको लाभ मिलेगा। जानिए कौन से है वो मंत्र-

ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा।
य: स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यान्तर शुचि:॥

"शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखसम्पदाम्।
शत्रुबुद्धिविनाशाय च दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते।
दीपो ज्योति: परब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:।
दीपो हरतु मे पापं दीप ज्योति नमोऽस्तुते॥

"गजाननं भूतगणादिसेवतं कपित्थजम्बूफलचारुभक्षणम्।
उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपंकजम्॥

नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नम:।
नम: प्रकृत्यै भद्रायै नियता: प्रणता: स्म ताम्।

श्रीमन्महागणाधिपतये नम:
लक्ष्मीनारायणाभ्यां नम:
उमा-महेश्वराभ्यां नम:
वाणीहिरण्यगर्भाभ्यां नम:
शचीपुरन्दाराभ्यां नम:
मातृपितृचरणकमेलेभ्यो नम:
इष्टदेवताभ्यो नम:
कुलदेवताभ्यो नम:
ग्रामदेवताभ्यो नम:
वास्तुदेवताभ्यो नम:
स्थानदेवताभ्यो नम:
सर्वेभ्यो देवेभ्यो नम:
सर्वेभ्यो ब्राह्मणेभ्यो नम:
ॐ सिद्धिबुद्धिसहिताय श्रीमन्महागणाधिपतये नम:

Jyoti

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