Ganesh Utsav 2022:10 दिन ही को क्यों मनाया जाता है गणेशोत्सव, जानें वजह

Thursday, Sep 01, 2022 - 12:35 PM (IST)

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31 अगस्त दिन बुधवार को इस वर्ष का गणेश उत्सव का आरंभ हो गया है। जिसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों में धूम धाम से इस पर्व को धूम धाम से मनाया जाता है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी तिथि के दिन 10 दिवसी गणेशोत्सव का प्रांरभ होता और अनंत चतुर्दशी के दिन इसका समापन होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन इस दिन गणपति बप्पा का जन्म हुआ था, अधिकतर लोग इस बात से वाकिफ है, परंतु गणेशोत्सव का ये पर्व 10 दिन तक मनाने का क्या कारण है? इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। तो आइए आज हम आपको इसी बारे में जानकारी देने जा रहे हैं कि आखिर क्यों ये पर्व केवल 10 दिन तक ही क्यों मनाया जाता है और 10वें दिन क्यों इसका विसर्जन किया जाता है। अगर आप भी इस जानकारी से अंजान है तो चलिए आज आपको बताते हैं इससे संबंधित बेहद खास जानकारी। 

हिंदू धर्म ग्रंथों में वर्णित कथाओं व मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को शिव जी व माता पार्वती के पुत्र गणपति जी का जन्म हुआ था, जिस कारण इसे गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। तो इस दिन को लेकर पौराणिक कथाओं में जो जानकारी मिलती है उसके अनुसार इस दिन यानि गणेश चतुर्थी के दिन से ही महाभारत का लेखन कार्य शुरू हुआ था। महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना के लिए गणेश जी से इसे लिपिबद्ध करने की प्रार्थना की थी और गणेश जी ने कहा था कि वह लिखना आरंभ करेंगे तो कलम नहीं रोकेंगे। यदि कलम रुक गई तो वहीं लिखना बंद कर देंगे। तब महर्षि वेदव्याास ने कहा कि भगवान आप विद्वानों में सबसे आगे हैं और मैं साधारण ऋषि, यदि मुझसे श्लोषकों में कोई गलती हो जाए तो आप उसे ठीक करते हुए लिपिबद्ध करते जाएं। इस तरह महाभारत लेखन शुरू हुआ और लगातार 10 दिन तक चला।

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अनंत चतुर्दशी के दिन जब महाभारत लेखन का काम पूरा हुआ तो गणेश जी का शरीर जड़वत हो चुका था। बिल्कु ल न हिलने के कारण उनके शरीर पर धूल-मिट्टी जम गई थी। तब गणेश जी ने सरस्वाती नदी में स्नानन करके अपना शरीर साफ किया। इस जिन अनंत चतुर्दशी का पर्व था। इसलिए गणपति स्था पना 10 दिन के लिए की जाती है और फिर गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। गणेशोत्स व को आध्याित्मिक दृष्टि से देखें तो यह 10 दिन हमें संयम से रहने और हमारे मन-आत्माक पर लगे मैल को हटाकर उसे स्वसच्छ‍ करने का समय है। इस दौरान व्य क्ति को अपना अवलोकन करते हुए पूरा ध्याहन गणेश जी की भक्ति में लगाना चाहिए। 

बताते चलें, गणपति जी स्थापना के बाद 9 दिनों तक आपके घर पर वास करते हैं। 10वें दिन गणपति विसर्जन होता है। इस बार गणपति विसर्जन 9 सितंबर 2022 को होगा। इस दिन अनंत चतुर्दशी की तिथि है। बता दें कि अनंत चतुर्दशी भगवान विष्णु की उपासना का दिन है और इसी दिन गणपति विसर्जन भी किया जाता है। कहते हैं इन 10 दिनों में पुरे विधि विधान से गणपति बप्पा की सेवा करता है, उसके सारे कष्ट भगावन गणेश खुद हर लेते हैं।


 

Jyoti

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