घर बैठे ही कर सकते हैं बप्पा को प्रसन्न, जानना है कैसे तो क्लिक करें

Tuesday, Apr 14, 2020 - 06:18 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पिछले 21 दिनों से चल रहा लॉकडाउन कोरोना महामारी के कारण अब बढ़ा दिया गया है। पूरे देश में लॉकडाउन की यह स्थिति अब 3 मई तक रहेगी। यानि कि पिछले 21 दिन से जो मंदिर आदि  बंद है वह अब बंद ही रहने वाले हैं। इसके कारण बहुत से ऐसे लोग हैं या कहीं लगभग ऐसे लोग हैं जो मंदिर आदि में जाकर पूजा अर्चना करने में सक्षम नहीं है ऐसा करना फिलहाल की भी नहीं माना जा रहा। क्योंकि क्रोना वायरस धीरे धीरे दुनिया में फैलता जा रहा है। भारत देश में भी इसके संक्रमण के  अधिक बढ़ने की संभावना दिखाई दे रही है। इसलिए ऐसे में कहा जा रहा है कि लोगों को अपने घरों में रहते हैं पूजा अर्चना करनी चाहिए परंतु बहुत से लोग यह सोच रहे हैं की जिस तरह वह मंदिर आदि में जाकर भगवान की आराधना करते हैं उस तरह मैं घर पर उनको प्रसन्न नहीं कर पाएंगे। किंतु आपको बता दें ऐसा नहीं है शास्त्रों में भी लिखा पाया है कि भगवान केवल सच्ची श्रद्धा और शुद्ध भाग से की गई पूजा से प्रसन्न होते हैं। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता की पूजा कब कहां बैठकर की जाए।

आपकी इसी गलतफहमी को दूर करने के लिए आज हम आपको भगवान गणेश से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताने वाले हैं  जिन्हें आप घर बैठे ही कर सकते हैं। इतना ही नहीं इन उपायों को करने से आप भगवान गणेश की कृपा के पात्र भी बन सकते हैं।

बता दे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान गणेश की पूजा के लिए बुधवार का दिन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। तो वही शास्त्रों में इन्हें प्रथम पूजनीय देवता का दर्जा प्राप्त है।

इसीलिए सबसे पहले इन्हीं का आवाहन किया जाता है शास्त्रों में इन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है क्योंकि यह अपने भक्तों के सभी विघ्न हर लेते हैं।

कहां जा रहा है कल यानी 15 अप्रैल बुधवार सूर्य उदय से लेकर सूर्यास्त के बीच भगवान गणेश की पूजा के दौरान उनके  निम्न मंत्रों का जाप करने से हर तरह के कष्ट का नाश हो जाएगा। परंतु इस में ध्यान रखने वाली बात यह है कि इन मंत्रों का जाप करते समय भगवान दिनेश पर कुछ चीजें अर्पित करनी आवश्यक है। तभी यह मंत्र सिद्ध माने जाएंगे।
तो चलिए जानते हैं भगवान गणेश के इन मंत्र के बारे में-

।। ॐ अन्तरिक्षाय स्वाहा।।

।। ॐ गं गणपतये सर्वविघ्न हराय सर्वाय सर्वगुरवे लम्बोदराय ह्रीं गं नमः।।

।। ॐ नमः सिद्धिविनायकाय सर्वकार्यकर्त्रे सर्वविघ्न प्रशमनाय सर्व राज्य वश्य कारनाय सर्वजन सर्व स्त्री पुरुषाकर्षणाय श्री ॐ स्वाहा।।

।। ॐ हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपत्ये वरद वरद सर्वजन हृदये स्तम्भय स्वाहा।।

।। ॐ ग्लौं गं गणपतये नमः।।

।। ॐ गं लक्ष्म्यौ आगच्छ आगच्छ फट्।।

।। ॐ गणेश महालक्ष्म्यै नमः।।

।।ॐ गं रोग मुक्तये फट्।।

ध्यान रहे इन मंत्रों का जाप करते समय लाल चंदन की माला का उपयोग करें तथा इनका ग्यारह सौ बार उच्चारण करें।

आखिर में करें ये काम- 
जब मंत्रों का उच्चारण पूरा हो जाए तो अपनी कामना के अनुसार, भगवान गणेश को घर के ताजे बने मोदक तथा ताजी दूर्वा अर्पित करें।

Jyoti

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