Vighnaraja Sankashti Chaturthi: राशि अनुसार करें ये काम, बनने लगेंगे बिगड़े काम

Tuesday, Sep 13, 2022 - 08:02 AM (IST)

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Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2022: आज मंगलवार 13 सितंबर 2022 को विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाएगा।  ईश्वर के अनन्य नाम हैं। सकारात्मक दृष्टि से उन्हें कोई भी जब किसी भी नाम से भाव से व्याकुल होकर पुकारता है तब-तब वह हर युग में दौड़े चले आते हैं। भक्त की पुकार सुन उसे मनवांछित फल प्रदान करते हैं। गणेश जी को समस्त देवताओं में अग्रगण्य, विघ्न विनाशक शत्रुहंता, रिद्धि-सिद्धिदाता, धन-धान्य, व्यवसाय व समृद्धि के कारक, बुद्धि, विद्या बल के प्रदाता, रक्षक स्वरूप माना जाता है। गृहस्थ के कई विघ्न, बाधाएं दूर करने तथा अभिलाषित प्राप्तियों के लिए सिद्धि विनायक गणपति की पूजा अर्चना करनी चाहिए। कार्य के आरंभ के समय कहा भी जाता है कि श्री गणेश करें। हठयोग में मूलाधार चक्र को गणेश जी का प्रतीक माना गया है और स्वस्तिक को चार भुजाओं के कोण इन्हीं के प्रतीक हैं।
 

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कौन सी राशि वाले गणेश चतुर्थी पर क्या करें
 

मेष व वृश्चिक:
गणेश जी को लाल या नारंगी वस्त्र, बूंदी के पीले लड्डू, अनार, लाल पुष्प चढ़ाएं । ओम् गं गणपत्ये नम: मंत्र का जाप करते हुए दूर्वा अर्थात हरी धास अर्पित करें।

वृष व तुला:  प्रतिमा पर श्वेत वस्त्र, सफेद फूल तथा मोदक चढ़ाएं। गणेश चालीसा का पाठ लाभदायक रहेगा।

मिथुन व कन्या: गणेश जी की मूर्ति या चित्र पर हरे वस़्त्र, पान, हरी इलायची, दूर्वा, हरे मूंग, पिस्ता आदि चढ़ाएं और अर्थवशीर्ष का पाठ करें।


कर्क: गुलाबी परिधान से मूर्ति को सुशोभित करें। गुलाब के फूल मिश्रित खीर का भोग लगाएं और गायत्री गणेश का मंत्र जाप करें।

सिंह: रक्त रंग के वस्त्र, कनेर के या लाल पुष्प,गुड़ या गुड़ का हलवा अर्पित करें। संकट नाशक गणेश स्तोत्र का पाठ करें।

धनु व मीन: इस राशि वाले लोग पीले वस्त्र, पीले पुष्प,बेसन के लडडू, केले, पपीते का प्रसाद चढ़ाएं। गणेश बीज मंत्र का जाप करें।

मकर व कुंभ: नीले वस्त्र, खोए का प्रसाद, आक के पत्ते, नीले फूल अर्पित करें। ‘श्री गणेशाय नम:’ मंत्र का जाप करें।
 

 

 

Niyati Bhandari

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