आप भी अपने हाथ से ऐसे बनाएं Eco Friendly Ganesha, बप्पा की होगी कृपा

Saturday, Aug 22, 2020 - 11:23 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
साल 2020 की बात करें तो कोरोना महामारी के चलते ये साल किसी को भी पसंद नहीं आ रहा। हर दूसरा इंसान यही कहता सुनाई दे रहा है, जल्द से जल्द ये साल खत्म होजाए और आमे वाला 2021 साल हर किसी के अच्छा स्वास्थ्य और खुशियां लेकर आएं। क्योंकि कोरोना ने हर तरफ़ से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया। यहां तक कि देश मे मनाए जाने वाले प्रमुख त्यौहारों आदि में धूम-धाम की कमी तो दिखाई दे ही रही बल्कि लोगों के अंदर कोरोना के चलते उत्साह भी कम दिखाई दे रहा है। इसका पूरा-पूरा असर गणेश चतुर्थी पर भी देखने को भी है।

प्रत्येक वर्ष जहां लोग अपने घर में बप्पा के आगमन की धूम धाम से तैयारियों करते नज़र आते हैं, बाज़ारों से गणपति बप्पा की सुंदर व भव्य मूर्तियां लाते दिखाई देते हैं, इस बार कोरोना के चलते लगभग अपने घरों में ही गणेश प्रतिमा बनाकर उनकी पूजन की तैयारियां कर रहे हैं। इसी बीच खबर आई है कि मध्यप्रदेश के दमोह के जिले की, जहां सुरेखा कॉलोनी में रहने वाली प्रोफेसर वर्षा जैन से जुड़ी हुई। जिन्होंने घर पर रहकर भगवान गणेश की प्रतिमा बनाईं। इतना ही नहीं इन्होंने साथ ही साथ लोगों को इंटरनेट के माध्यम से भी ऑनलाइन गणेश प्रतिमा बनाने की कला भी सिखाई।

इस काम में प्रोफेसर वर्षा के परिवार का भी पूरा सहयोग मिला। जिसमें प्रोफ्रेसर बहु वर्षा और ससुर प्रोफेसर आरपी पटेल ने मिलकर दर्जनों  भगवान गणेश जी की प्रतिमाएं बना डाली और अपने रिश्तेदारों में बांट दी। इस संबंध में पंजाब केसरी के रिपोर्टर इम्तियाज़ चिश्ती ने प्रोफेसर वर्षा और उनके परिवार के सदस्यों से बात की तो उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही अच्छा प्रयास है कि घर पर रहकर गणेश जी की मूर्ति बनाई जाए और उसे इको फ्रेंडली तरीके से विसर्जित किया जाए। 

क्योंकि घर पर बनाई हुई मूर्तियों में किसी भी प्रकार का केमिकल उपयोग नहीं किया गया। जिसका अर्थ ये हुआ कि इससे पर्यावरण को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। प्रोफेसर वर्षा ने बताया कि इस प्रकार की मूर्ति का विसर्जन घर पर ही एक गमले में विसर्जित कर किया सकता है। तथा बाद में उस गमले में एक तुलसी का पौधा रोपा जाए जिससे भगवान गणेश हमेशा हमारे साथ उस तुलसी के रूप में रहेंगे।

Jyoti

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