सूत का ये कच्चा धागा दिखाएगा चमत्कार, गणेश चतुर्थी के दिन आप भी आजमाएं ये उपाय

Wednesday, Aug 19, 2020 - 05:57 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
22 अगस्त का इंतज़ार सबको है, क्योंकि इस दिन सर्वप्रथम पूजे जाने वाले गणपति के आगमन का दिन है। जी हां, प्रत्येक वर्ष भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन लोग बप्पा को अपने घर लाते हैं और पूरे 11 दिन इनको अपने घर में रकर इनकी पूदा अर्चना के साथ-साथ इनकी खूब सेवा करते हैं। वैसे तो शास्त्रों में कहा जाता है चूंकि भगवान गणेश बुद्धि के प्रदाता हैं। इसलिए इनकी पूजा से बुद्धि को बढ़ती है। मगर आपको बता दें इसके अलावा इनकी पूजा से और भी कईं तरह के लाभ प्राप्त होता है। मगर कैसे ये कोई नहीं जानता। तो चलिए हम आपको कुछ ऐसे उपाय आदि बताते हैं जिन्हें करना आप के लिए अच्छा होता है। साथ ही बताएंगे गणेश चतुर्थी के दिन आपको कौन से स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। 

इस दिन यानि गणेश चतुर्थी के दिन प्रातः (ब्रह्म मूहर्त) में उठकर स्नान आदि के बाद शुद्ध वस्त्र पहन लें, संभव हो तो आज के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनें। 

इसके बाद गणपति पूजन के लिए शुद्ध आसन पर बैठें, ध्यान रहे आपका मुख पूर्व अथवा उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि श्री गणेश जी का श्री स्वरूप ईशाण कोण में स्थापित करें और उनका श्री मुख पश्चिम की ओर रहे।

अब श्री गणेश को पंचामृत से स्नान करावाएं, फिर इन पर केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित करें तथा कपूर जलाकर उनकी पूजा और आरती करें। 

प्रसाद के रूप में गणेश जी को मोदक के लड्डू ज़रूर करें, तथा रक्तवर्ण के पुष्प भी चढ़ाएं। 

इन सब के उपायों के बाद करें ये खास उपाय-
एक सूत का कच्चा धागा लें, इस पर सात गांठ लगा कर उसे बप्पा के चरणों में रख दें

ध्यान रहे विसर्जन से पूर्व उस धागे को अपने पर्स में रख लें। 

ऐसी मान्यता है कि इस उपाय से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, सफलता, वैभव, सपन्नता, सौभाग्य, ऐश्वर्य और यश-कीर्ति प्राप्त तो होती है। इतना ही नहीं यह धागा विषम परिस्थिति व्यक्ति की रक्षा भी करता है। 

 

Jyoti

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