गणेश चतुर्थी 2019: इन शुभ नक्षत्रों में ला सकते हैं बप्पा को घर, जानें मुहूर्त

Wednesday, Aug 28, 2019 - 03:23 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची 
कंठी झलके माल मुक्ता फलांची।
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव ।।

2 सितंबर से देश के हर कोने में हर तरफ़ जय देव जय देव के ही जयकारे गूंजने वाले हैं। लगे भी क्यों ने बप्पा का त्यौहार जो आ रहा है। जी हां, 2 सितंबर 2019 को बप्पा आ रहे हैं। जिसकी तैयारियां लगभग शुरू हो चुकी हैं। बता दें हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का ये त्यौहार मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान गणपति का जन्म हुआ था जिसके कारण इस दिन को बड़ी ही धमू-धाम से मनाया जाता है। पहले खासतौर पर ये त्यौहार महाराष्ट्र पर ही मनाया जाता था मगर आज के समय में लगभग देश के हर शहर में मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं इस बार गणेश चतुर्थी पर कौन से ग्रह नक्षत्रों का शुभ संयोग बन रहा है साथ ही जानेंगे स्थापना से जुड़ी खास बातें-

शुभ संयोग
माना जा रहा है इस बार गणेश चतुर्थी पर शुक्ल और रवियोग बन रहे हैं, इसके अलावा सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग भी बन हुआ है। बता दें चतुर्ग्रही योग का मतलब एक साथ सिंह राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र चार ग्रहों का शुभ योग। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों के इस शुभ संयोग में बप्पा  को घर में लाना शुभ माना जा रहा है।

इस नक्षत्र के दौरान करें गणेश जी की स्थापना
2 सितंबर सोमवार के दिन गणेश स्थापना चित्रा नक्षत्र में की जाएगी। मंगल के इस नक्षत्र में चंद्रमा होने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। बताया जा रहा है चित्रा नक्षत्र और चतुर्थी का संयोग सुबह लगभग 8 बजे से शुरू होगा।

श्रेष्ठ मुहूर्त
चूंकि भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न के समय भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए घर में भगवान गणेश की स्थापना और पूजा का श्रेष्ठ समय मध्याह्न काल ही माना जाता है। माना जा रहा है गणेश चतुर्थी पर मध्याह्न काल में अभिजित मुहूर्त के संयोग पर सुबह लगभग 11.35 से दोपहर 01.15 तक गणेश स्थापना की जा सकती है।

Jyoti

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