कर्नाटक सरकार का अहम फैसला, 1 जून से खोल दिए जाएंगे सभी मंदिरों के द्वार

Wednesday, May 27, 2020 - 02:30 PM (IST)

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कोरोना महामारी के मद्देनज़र 25 मार्च से देशभर के तमाम मंदिरों व धार्मिक स्थल को बंद कर दिया गया था, यानि पिछले 2 महीने से मंदिरों के कपाट सभी के लिए बंद है। हर कोई अपने आराध्य के दर्शन पाने के लिए बेताब हो रखा है। तो बता दें अब आपका ये इंतज़ार खत्म होने वाला है। जी हां, खबर है कर्नाटक से जुड़े धार्मिक स्थलों की। बताया जा रहा है यहां सरकार की तरफ़ 1 जून को मंदिरों के कपाट खोलने का फैसला ले लिया है। जी हां, खबरों की मानें तो बीते दिन मंगलवार को इस बारे में फैसला लिया गया कि राज्य में एक जून से जनता के लिए सभी मंदिर खोल दिए जाएंगे। राज्य के मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इसे लेकर जल्द ही गाइडलाइंस जारी की जाएगी और लोगों को इसके लिे एसओपी का पालन करना होगा।

कब शूरू होगी ऑनलाइन सेवा बुकिंग 
27 मई, दिन बुधवार यानि आज से कर्नाटक के 52 मंदिरों में ऑनलाइन सेवा बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। बता दें लॉकडाउन और कोरोना के कारण कर्नाटक सरकार ने राज्य के 210 "ए" ग्रेड के मंदिरों में ऑनलाइन पूजा और दर्शन शुरू की है। जिस दौरान भक्त कोकु के सुब्रह्मण्यम मंदिर, कोल्लुर के मूकांबिका मंदिर, मैसूरु के चामुंडेश्वरी मंदिर, बेंगलुरु के कटेलु दुर्गापरमेश्वरी मंदिर और वनशंकरी मंदिर सहित 210 मंदिरों में ई-पूजा और दर्शन कर सकेंगे। 


भक्त ऑनलाइन करीब 30 तरह की सेवाओं के लिए बुकिंग कर सकेंगे और लाइव स्ट्रिमिंट से देख भी पाएंगे। इनमें जल चढ़ाने से लेकर महामस्ताभिषेक जैसी सेवाएं शामिल हैं। इन ए ग्रेड मंदिरों में इस समय दान की राशि ना के बराबर है। इन सभी में महीने के कम से कम 25 लाख रुपए का दान प्राप्त होता है। ऑनलाइन सेवा और पूजा बुक कराने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद कुरियर के जरिए उनके घर भेजा जाएगा। तो वहीं 31 मई तक मंदिरों को खोलने को लेकर सभी तैयारियां संपन्न कर ली जाएंगी। जल्द ही सरकार को ओरक से मंदिरों के लिए गाइडलाइंस जारी की जाएगी, जिसका पालन करना हर किसी के लिए ज़रूरी होगा। कहा जा रहा है दरअसल मंदिरों के पुजारी और भक्त दोनों मंदिर खोलने की मांग कर रहे थे, जिसके बाद ही सरकार ने ये फैसला लिया।  मगर बता दें फिलहाल यहां किसी भी तरह के मेले या अन्य कार्यक्रमों को करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

मेले और कार्यक्रमों की नही होगी इजाजत 
मंत्री ने ये साफ किया कि मंदिर पूजा और दैनिक संस्कार के लिए खुलेंगे। इसके अलावा मंदिरों में मेले और कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें राज्य में 34 हजार से अधिक मंदिर हैं जो मुजरई विभाग के तहत आते हैं।

Jyoti

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