2019 का पहला प्रदोष व्रत, जानें क्या है इसकी पूजन-विधि

Wednesday, Jan 02, 2019 - 05:11 PM (IST)

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2019 का आरंभ हो चुका है, इसी के साथ नए साल में आने वाले त्यौहार और पर्व का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। 3 जनवरी 2019 को इस साल का पहला प्रदोष व्रत आ रहा है। इतना तो सब जानते ही हैं कि इस दिन  भगवान शिव की पूजा की जाती है। ज्योतिष के अनुसार सप्ताह के वार के अनुसार प्रदोष व्रत को नाम दिया जाता है। जैसे मंगलवार के दिन पड़ रहे प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष कहा जाता है। बता दें कि 3 जनवरी 2019 को प्रदोष व्रत पड़ रहा है, जो गुरूवार को पड़ रहा है जिस कारण इसे गुरू प्रदोष व्रत कहा जाता है। गुरु प्रदोष व्रत रखने से मनचाही इच्छा पूरी होती है। इसके अलावा संतान सम्बन्धी किसी भी मनोकामना की पूर्ति इस दिन की जा सकती है। गुरु प्रदोष व्रत रखने से शत्रु और विरोधी शांत होते हैं, मुकदमों और विवादों में विजय मिलती है।

पूजा विधि क्या है-
इस दिन प्रातः काल स्नान करके श्वेत वस्त्र धारण करें।
इसके बाद शिव जी को जल और बेल पत्र अर्पित करें।
उनको सफ़ेद वस्तु का भोग लगाएं।
शिव मंत्र "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें।
रात्रि के समय भी शिव जी के समक्ष घी का दीपक जलाकर शिव मंत्र जप करें।
रात्रि के समय आठ दिशाओं में आठ दीपक जलाएं।
इस दिन जलाहार और फलाहार ग्रहण करना उत्तम होगा।
नमक और अनाज का सेवन न करें।
शत्रु और विरोधियों को शांत करने के लिए इस दिन क्या उपाय करें?


शिव उपासना करें-
शिव जी को पीले फूल अर्पित करें।
"ॐ नमो भगवते रुद्राय" मंत्र का 11 माला जप करें।
शत्रु और विरोधियों के शांत हो जाने की प्रार्थना करें।
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Jyoti

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