Financial Horoscope Dhanu Rashi 2026 : धनु राशि वालों के लिए साल बनेगा मुनाफे का मौका
punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 02:45 PM (IST)
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जनवरी का महीना कैसा रहेगा ?
यह धनु राशि की कुंडली है। धनु लग्न की कुंडली नहीं है। यहां चंद्रमा दो राशि में हैं चंद्रमा दो राशि में इसलिए है क्योंकि 1 जनवरी को चंद्रमा दो राशि में ही होंगे। ये उस दिन की कुंडली है 1 जनवरी की। चंद्रमा जहां पर निकलेगा वहीं पर होगा लेकिन इसको हम धनु राशि से ही काउंट करेंगे। सूर्य लग्न में, मंगल लग्न में आपका शुक्र लग्न में और बुध लग्न में यानी कि राशि के ऊपर से चार ग्रह आपकी राशि के ऊपर से सूर्य आपके लिए भाग्य स्थान का स्वामी होकर राशि के ऊपर से मंगल आपके लिए पंचम स्थान का स्वामी होकर ऊपर से राशि के ऊपर से और बुध आपके लिए दशम का स्वामी होकर यानी कि दोनों केंद्रों का स्वामी होकर गुरु आपकी राशि का स्वामी होकर इन सबको दृष्टि दे रहा है। यह चार्ट पॉजिटिव हो गया। उसकी वजह यह है कि जो सूर्य और मंगल है वह शनि की दृष्टि के प्रभाव में है। केतु की दृष्टि के प्रभाव में है। वैश्विक दृष्टि के हिसाब से यह चार्ट अच्छा नहीं है। आपको जनवरी के आसपास कुछ न कुछ डिस्टरबेंस जरूर नजर आएगी क्योंकि यह चार्ट खराब नजर आ रहा है लेकिन यहां पर इंडिविजुअली देखेंगे तो यह चार्ट अच्छा लग रहा है। काम के लिहाज से भी क्योंकि आय स्थान का स्वामी शुक्र बनता है। वह राशि के ऊपर से चल रहा है। उसके ऊपर गुरु की दृष्टि है। कर्म स्थान का स्वामी बुध बनता है। उसके ऊपर गुरु की दृष्टि है और भाग्य स्थान का स्वामी जो है वह सूर्य बनता है। उसके ऊपर गुरु की दृष्टि है तो यह चार्ट ठीक लगता है। मंगल भी आपका केंद्र में है, छठे में सिर्फ आपका चंद्रमा है। गोचर का चंद्रमा छठे में अच्छा होता है। राहु गोचर में तीसरे भाव में अच्छा होता है, यह यहीं पर रहेंगे। राहु अभी फिलहाल आपकी कुंडली में पूरा साल में शनि की ढैया आपके ऊपर चल रही है। वह ढैया का थोड़ा सा जरूर ध्यान रखिए। अदरवाइज पैसे के लिहाज से जनवरी का महीना काफी अच्छा रहना चाहिए। ट्रेड के लिहाज से भी जनवरी का महीना काफी अच्छा रहना चाहिए। जो लोग स्टॉक मार्केट में ट्रेड करते हैं, वह कर सकते हैं लेकिन यहां पर थोड़ा सा लालच से जरूर बचेंगे क्योंकि शनि, मंगल, सूर्य तीनों का प्रभाव आपकी राशि के ऊपर है। गुरु की दृष्टि आपके आय स्थान के ऊपर रहेगी। गुरु अच्छी स्थिति में है, केंद्र में है। सप्तम भाव में है आपके तो सप्तम का गुरु का गोचर अच्छा होता है। गुरु धन का कारक है, आय का कारक है। शनि धन स्थान के स्वामी हैं वह केंद्र में आकर बैठे हैं। 6, 8, 12 में नहीं बैठे तो यह भी आप स्थिति एक तरीके से अच्छी हो गई तो यहां पर आपके लिए चीजें बेटर है। जनवरी का महीना आप ट्रेड भी कर सकते हैं। आपका कारोबार भी अच्छा रहेगा। काम की स्थिति भी आपकी अच्छी रहेगी क्योंकि कर्म स्थान का
स्वामी गुरु के प्रभाव में है।
फरवरी का महीना कैसा रहेगा ?
फरवरी का महीना आपके लिए कैसा रहेगा ? फरवरी के महीने का चार्ट अब आपके सामने आ गया है। आपके सारे ग्रह जो है जो आपकी राशि के ऊपर से थे वह दूसरे भाव में चले गए हैं। अब दूसरे भाव का बुध का गोचर तो अच्छा होता है। बुध कर्म भाव का स्वामी होकर अपने भाव से पंचम चला गया है तो यह एक स्थिति अच्छी हो गई। शुक्र का गोचर भी आप मान के चलिए कि यहां पर अच्छा होता है क्योंकि धन स्थान धन का कारक होता है गुरु धन स्थान में बैठ गया जाकर मंगल पंचमेश है पंचम स्थान का स्वामी धन स्थान में बैठा है, अपने से दशम बैठ गया वह भी अच्छा है और सूर्य आपकी कुंडली में भाग्य स्थान का स्वामी होकर अपने भाव से छठे में यानी कि धन भाव में बैठ गया है। सूर्य का गोचर या पाप ग्रहों का गोचर तीसरे, छठे, 10वें और 11वें अच्छा होता है। सारे पाप ग्रहों का गोचर 3, 6, 11 में अच्छा होता है। सूर्य राहु, केतु 10वें भाव में भी अच्छा फल करते हैं। तो यहां पर मोटे तौर पर मिलाकर चल तो धन भाव के ऊपर तीन पाप ग्रहों का प्रभाव आ गया। एक तो सूर्य आ गए, एक मंगल आ गए हैं । बुध पीड़ित के साथ आकर पीड़ित हो जाते हैं तो यहां पर स्थिति थोड़ी सी पैसे में थोड़ा सा खुरा लग सकता है। खर्च ज्यादा बढ़ सकता है क्योंकि धन भाव है। इसके ऊपर पाप प्रभाव ज्यादा आ गया है हालांकि आय भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि है मनी का फ़्लो बना रहेगा लेकिन आपको खर्चे ज्यादा आ जाएंगे। यानी कि धन कम हो सकता है, यहां पर खर्चे थोड़े से कंट्रोल में रहकर करेंगे। थोड़ा सा ध्यान से करेंगे क्योंकि मंगल आपकी कुंडली में पंचमेश होने के साथ-साथ 12वें भाव का स्वामी भी है तो खर्चा करवा सकता है धन वाले भाव में जाकर। तो यहां पर यह स्थिति रहेगी अह दूसरे महीने में फरवरी के महीने में लेकिन यदि मैं ट्रेड के लिहाज से बात करूं तो ट्रेड के लिहाज से अभी भी स्थिति ठीक है क्योंकि कर्म भाव का स्वामी ट्रेड का कारक है। अच्छे प्रभाव में है।
मार्च का महीना कैसा रहेगा ?
मार्च के महीने में देखिए कैसी कुंडली निकल रही है तो यह मार्च के महीने में सारे ग्रह आपके राहु के ऊपर से आ गए हैं। बुध भी राहु के ऊपर से आ गया है । सूर्य भी राहु के ऊपर से आ गया है। शनि भी राहु के शुक्र भी राहु के ऊपर से आ गया और मंगल भी राहु के ऊपर से आ गया है। इसका मतलब यह है कि राहु आपको कंफ्यूज करने का काम करेगा। सूर्य भाग्य स्थान का स्वामी राहु के ऊपर से यह ग्रहण वाली स्थिति पैदा हो जाती है। शुक्र आपके आय स्थान का स्वामी भी राहु के ऊपर से। तो इस महीने में ट्रेड संभलकर करेंगे। पाप ग्रहों का गोचर तीसरे का अच्छा होता है। सूर्य, मंगल, राहु तीनों ही पाप ग्रह हैं। तीनों ही अच्छे भाव अच्छे फल कर सकते हैं लेकिन बुध का और शुक्र का गोचर यहां पर अच्छा नहीं है। हालांकि शुक्र अच्छा फल करते हैं तीसरे गोचर में भी लेकिन बुध का गोचर अच्छा नहीं है। बुध तीसरे में अच्छा फल नहीं करते। यहां पर शुक्र पीड़ित हो जाएंगे बहुत बुरे तरीके से और पीड़ित इसलिए है क्योंकि मंगल साथ है, सूर्य साथ है, राहु केतु एक्सिस में है। हालांकि गुरु का प्रभाव इन सबके ऊपर है लेकिन इसके बावजूद कि राहु का प्रभाव है तो कंफ्यूजन ज्यादा होगी। ट्रेड के मामले में भी डिसीजन मेकिंग के मामले में भी इस महीने में कोई भी डिसीजन लेना है। बैंक आप आप अपने बिज़नेस को लेकर करना चाहते हैं, पर्सनल लाइफ को लेकर करना चाहते हैं, तो
अप्रैल का महीना कैसा रहेगा ?
भाग्य स्थान का स्वामी शनि के ऊपर से और चौथे का गोचर इसका अच्छा नहीं होता। यहां पर सूर्य आकर शून्य बलि हो जाते हैं, 10वें भाव में दिगबली होते हैं। यहां पर आकर बल शून्य हो जाता है। तो यहां पर हो सकता है किस्मत थोड़ा सा साथ देती नजर न आए लेकिन शुक्र क्योंकि पंचम में है। आय भाव को देख रहे हैं। गुरु की दृष्टि आय भाव के ऊपर है। शुक्र का वह अपना भाव है तो इवेंचुअली दो शुभ ग्रह का प्रभाव आय भाव के ऊपर निश्चित तौर पर पैसे के फ्लो को जारी रखेगा लेकिन यहां पर आपको हेल्थ को लेकर थोड़ा सा कंसर्न हो सकता है। चौथा भाव क्योंकि मन का भाव होता है। आपका पीस ऑफ माइंड होता है। तो यहां पर आपको डिसीजन मेकिंग में डिस्टरबेंस हो सकती है। मन थोड़ा सा परेशान हो सकता है। दो भाव ग्रहों का प्रभाव फोर्थ ग्रह पर अच्छा फोर्थ भाव पर अच्छा नहीं है। इन दिनों में जो प्रॉपर्टी से डीलिंग से संबंधित मामले होंगे उन पर थोड़ा सा खास फ़ोकस रखिएगा। 15 अप्रैल तक के बाद गुरु, सूर्य आगे निकल जाएंगे फिर चीज़ें ठीक हो जाएंगी लेकिन 15 अप्रैल तक यहां पर आपको थोड़ा सा सावधान रहना रहना पड़ेगा। प्रॉपर्टी के मामलों में भी, मदर की हेल्थ के मामले में भी और कारोबार के मामले में भी। दोनों ही ग्रह कारोबार वाले भाव को देख रहे हैं सीधी दृष्टि से तो यहां पर अड़चनें आ सकती हैं। यह थोड़ा सा आपको ध्यान में रखना पड़ेगा। हालांकि आए भाव शुभ शुभ ग्रहों के प्रभाव में है तो वो ठीक है एक तरीके से। दोनों पाप ग्रह है तो अल्टीमेटली वह अपना असर वहां पर फोर्थ हाउस में दिखा सकते हैं। यहां पर हार्ट के जो पेशेंट्स हैं उनको भी खास तौर पर ध्यान रखने की जरूरत पड़ेगी।
मई का महीना कैसा रहेगा ?
मई के महीने में देखिए ग्रह स्थिति आपकी क्या बनती है ? शुक्र यहां पर छठे में आ गई। यह गोचर अच्छा नहीं होता है। यह आय भाव के स्वामी हैं, धन के कारक हैं। यहां पर शनि मंगल साथ में आ गए हैं यह वैश्विक स्थिति के लिहाज से अच्छा नहीं है क्योंकि शनि मंगल यहां पर केतु से षटष्टक में है। केतु से शनि वैसे भी षटष्टक में रहेंगे लेकिन मंगल का केतु से षटाष्टक में आना शनि के साथ हो जाना वैश्विक स्थिति के लिए अच्छा नहीं है। यहां पर सूर्य और बुध साथ आ गए हैं। यह स्थिति थोड़ी सी अच्छी हो गई हालांकि जिनके घर में संतान आने वाली है उनको थोड़ा सा जरूर ध्यान रखना पड़ेगा। इस महीने भी कोई भी डिसीजन लेंगे सेकंड ओपिनियन के साथ लीजिएगा क्योंकि पांचवा भाव बुद्धि-विवेक का भाव होता है। वहां पर सूर्य है उसके ऊपर केतु की दृष्टि है। उसके ऊपर कोई शुभ प्रभाव नहीं है। इसके एक तरफ मंगल शनि है। दूसरी तरफ शुक्र है तो यहां पर इस भाव की ताकत थोड़ी सी कम है। यहां पर आप देखेंगे कि खर्चे आपके बढ़ते हुए नजर आएंगे क्योंकि जो एक्सपेंस हाउस का स्वामी है वह धन भाव के स्वामी के साथ बैठ गया है। केंद्र में बैठ गया यह स्थिति खर्चे के लिहाज से अच्छी नहीं है। खर्चे यहां पर आपके बढ़ते हुए नजर आ सकते हैं और यहां पर जो 12वें भाव का स्वामी है उसकी दृष्टि आठवीं वह आपके आय भाव के ऊपर भी है। यह स्थिति भी अच्छी नहीं है। यहां पर पैसे का फ्लोट डिस्टर्ब हो सकता है कुछ हद तक। हालांकि गुरु की दृष्टि है आय भाव के ऊपर लेकिन इसके बावजूद सूर्य भी आय भाव को देख रहे हैं। मंगल भी आय भाव को देख रहे हैं और बुध की दृष्टि भी आय भाव के ऊपर है। पैसे के फ्लो में थोड़ा सा मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी। जो लोग ट्रेड करते हैं यहां पर ट्रेड संभलकर करने की एडवाइस दी जाती है। यहां पर यदि स्पेकुलेटिव ट्रेड करेंगे तो पैसा आपका डूबता हुआ नजर आ सकता है। इस महीने में ट्रेड संभलकर करेंगे।
जून का महीना कैसा रहेगा ?
जून के महीने में यहां पर देखिए सूर्य आपके छठे भाव में आ गए हैं। सूर्य का छठे का गोचर अच्छा होता है। बुध, गुरु, शुक्र ये तीनों ग्रह शुभ ग्रह आपके केंद्र में आ गए हैं। यानी कि जो केंद्रीय प्रभाव आपके ऊपर शनि का था यानी कि जो ढैया चल रही थी उसको आकर इन्होंने तीनों ने न्यूट्रलाइज कर दिया है। न्यूट्रलाइज इसलिए कर दिया क्योंकि सूर्य भाग्य स्थान के स्वामी होकर केंद्र में बैठ गए और भाग्य स्थान त्रिकोण का भी भाव है। बुध केंद्र का स्वामी होकर बैठ गया। यह केंद्र त्रिकोण राजयोग की फॉर्मेशन हो जाती है और शुक्र आय भाव का स्वामी होकर केंद्र में बैठ गया और राशि को देख रहा है तो इवेंचुअली यह क्या हुआ कि तीन शुभ ग्रहों का प्रभाव आपके केंद्र के ऊपर आ गया है। यह आपका बेस्ट महीना रह सकता है। मंगल की दृष्टि पंचमेश होकर मंगल पंचम में बैठ गया और इसकी दृष्टि आपके आय भाव के ऊपर है। यह स्थिति आपके लिए अच्छी हो गई लेकिन जिनके घर में संतान आने वाली है उनको यहां पर जरूर ध्यान रखना पड़ेगा। मंगल ब्लीडिंग के कारक है, प्रेगनेंसी में इशू आ सकता है। केतु की दृष्टि पंचम भाव के ऊपर है, पंचम भी पीड़ित हो गया है। तो यहां पर थोड़ा सा ध्यान जरूर रखना पड़ेगा। जिनके घर में संतान आने वाली है राहु की दृष्टि गुरु के ऊपर है। गुरु चूंकि संतान का कारक होता है, इस भाव का कारक भी होता है। तो इवेंचुअली भाव भी पीड़ित, भावेश भी पीड़ित और कारक भी पीड़ित हो गया तो यहां पर चीजें थोड़ी सी ध्यान में जरूर रखनी पड़ेगी। इस दौरान आपको ज्यादा अच्छे-अच्छे ट्रेड दिमाग में आएंगे। ज्यादा काम आपका बुद्धि आपकी ज्यादा काम करेगी।
जुलाई का महीना कैसा रहेगा ?
जुलाई के महीने का चार्ट जो है वह अब आपके सामने आ रहा है। जुलाई के महीने में देखिए यहां पर ग्रह कहां पर आ गए हैं ? बुध अष्टम में आ गया, गुरु भी अष्टम में आ गया और शुक्र भी अष्टम में आ गया है। इन तीनों ग्रहों का अष्टम में जाना अच्छा नहीं है। यहां पर गुरु का गोचर 2 जून को ही गया था। यह जुलाई की कुंडली निकली है तब यह आया क्योंकि पिछली जो कुंडली हमने लगाई थी वो जून की लगाई थी। तो यहां पर यह जो तीन ग्रहों का अष्टम में आना अच्छा नहीं है लेकिन इसमें अच्छी बात यह है कि तीनों ही शुभ ग्रह धन भाव को देख रहे हैं। कारोबार के लिहाज से धन के लिहाज से अच्छी हो गई लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा नहीं है क्योंकि छठे का स्वामी आकर अष्टम में बैठ गया है। यह अच्छा नहीं है और अष्टम आपका सडन एक्सीडेंट का भाव होता है, दुर्घटना का भाव होता है। यहां पर आपकी सीक्रेसी कॉम्प्रोमाइज हो सकती है, यहां पर वाहन धीमे चलाएंगे। यदि राहु को केंद्र में रखकर कुंडली बनाएंगे तो राहु-केतु के केंद्र में मंगल आ जाएंगे, ये स्थिति अच्छी नहीं है। सूर्य को केंद्र बनाएंगे तो सूर्य के केंद्र में शनि आ जाएगा। आय के लिए ठीक रहेगा। ट्रेड संभलकर करने पड़ेंगे क्योंकि ज्यादा ग्रह अष्टम है, नुकसान वाले भाव में है। तो ट्रेड संभलकर करिए, यहां पर नुकसान हो सकता है।
अगस्त का महीना कैसा रहेगा ?
यहां पर शुक्र जीरो हो जाते हैं। शुक्र यहां पर अच्छा फल नहीं करते। यहां पर सूर्य दिगबली हो जाते हैं। शुक्र यहां पर शून्य बल हो जाते हैं और यहां पर शुक्र नीच के भी हो गए हैं। तो यहां पर शुक्र आय भाव के स्वामी होने के कारण पीड़ित हो गए हैं, यह स्थिति अच्छी नहीं है। बुध अपनी राशि से दशम चले गए हैं । यह स्थिति एक तरीके से ठीक है। यहां पर शुक्र शनि के प्रभाव में भी है। मंगल का छठे का गोचर अच्छा है लेकिन सूर्य गुरु चकि यहां पर अष्टम में रहेंगे। गुरु यहां पर पीड़ित हो जाएगा। गुरु यहां पर सूर्य के साथ है। गुरु यहां पर षटष्टक में है तो यह धन हानि का योग बनता है। यहां पर पैसे की हानि हो सकती है। स्वास्थ्य की भी हानि हो सकती है क्योंकि आपकी राशि किसी भी आपकी कुंडली किसी भी लग्न की हो। सूर्य उसके कारक होते हैं तो कारक का अष्टम में जाना
अच्छा नहीं है। यहां पर आपको ध्यान जरूर रखना पड़ेगा। राशि से अष्टम जाना भी अच्छा नहीं है।
सितंबर का महीना कैसा रहेगा ?
यहां पर सूर्य केतु के साथ आगे और बुध के साथ आ गए हैं। सूर्य भाग्य स्थान का स्वामी होकर राहु-केतु एक्सिस में है। यह स्थिति अच्छी नहीं है शुक्र की पोजीशन नहीं बदलती। यहां पर शुक्र वहीं पर रहेंगे। मंगल आगे आ गए हैं। मंगल का गोचर यहां पर अच्छा नहीं है। मंगल की सीधी दृष्टि आपकी राशि के ऊपर, आपके वाणी वाले भाव के ऊपर, आपके धन वाले भाव के ऊपर तो अल्टीमेटली यह नुकसान वाला धन के नुकसान वाला योग बनता है। यहां पर धन हानि की संभावना ज्यादा है। यहां पर पार्टनर से विवाद की संभावना ज्यादा है। इस अवधि में कोई भी पार्टनरशिप करनी है वहां पर भी संभलकर करेंगे क्योंकि पाप ग्रह का प्रभाव आपके सप्तम भाव के ऊपर है और सप्तम भाव का स्वामी खुद पीड़ित हो गया सूर्य और राहु-केतु के साथ जाकर नाइंथ हाउस में तो यह स्थिति अच्छी नहीं है। वैसे भी बुध नाइंथ हाउस का गोचर अच्छा नहीं होता। गुरु का अष्टम का गोचर अच्छा नहीं होता। गुरु का राहु से छठे जाना अच्छा नहीं है तो यह चीजें अब जैसे-जैसे ईयर आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे चीजें थोड़ी सी डिस्टर्ब होती जाएंगी। यहां पर भी आपको ट्रेड संभलकर करना पड़ेगा क्योंकि दो पाप ग्रह केंद्र में हैं। जब दो पाप ग्रह केंद्र में है आपके ऊपर मंगल का भी प्रभाव है। शनि का भी प्रभाव है, कोई भी डिसीजन लेंगे थोड़ा सा सेकंड ओपिनियन के साथ लेंगे। कहीं कोई जल्दबाजी वाला ट्रेड करने की जरूरत नहीं है। ज्यादा जल्दबाजी वाला ट्रेड करेंगे तो दिक्कत हो सकती है। राशि के ऊपर शनि की दृष्टि, मंगल की दृष्टि, केतु की दृष्टि है। तीन पाप ग्रह जब आपके सिर के ऊपर बैठ जाते हैं या यहां पर दृष्टि देते हैं तो आपको माइग्रेन, हेडेक और हेयर फॉल की प्रॉब्लम आ जाती है नॉर्मली। तो इस महीने में यह समस्या आ सकती है। इसका जरूर ध्यान रखना पड़ेगा। ट्रेड जरूर संभल संभलकर कर करिएगा।
अक्टूबर का महीना कैसा रहेगा ?
बुध और शुक्र दोनों ही 11वें भाव में। शुक्र अपनी राशि का होकर 11वें भाव में चला गया है। बुध 11वें भाव में चला गया तो बुध कर्म स्थान के स्वामी होकर आय स्थान में बैठ गए हैं। यहां पर स्थिति थोड़ी सी बेटर हो गई है। सूर्य यहां पर अच्छे गोचर में होते हैं, यहां पर दिगबली हो गए और ये तीन ग्रह आपके लिए अब अच्छा फल करेंगे इस महीने में और ये जो महीना चल रहा है ये अक्टूबर का महीना चल रहा है। मंगल नीच राशि में। लेकिन यह नीच भंग होता है। दोनों की ही दृष्टि आपके धन भाव के ऊपर है। यहां पर ट्रेड आप कर सकते लेकिन ट्रेड संभलकर करिएगा। यहां पर आपके घर में यदि संतान आ रही है तो वहां पर भी आपको हो सकता है कि अच्छी खबर सुनने को मिले क्योंकि दोनों शुभ ग्रहों का प्रभाव आपके पंचम के ऊपर है। पंचम में आपका बुद्धि-विवेक होता है। तो यहां पर चीजें थोड़ी सी पैसे के मामले में ज्यादा बेटर होती हुई नजर आएंगी। उसका कारण एक यह भी है कि यदि हम 11वें भाव की कुंडली बनाएंगे तो गुरु-मंगल भी केंद्र में आ जाएंगे। तो यह स्थिति थोड़ी सी बेटर हो जाएगी।
