फरवरी 2019: इस माह में पड़ रही हैं ये खास तिथियां, देखें पूरी लिस्ट

Friday, Feb 01, 2019 - 01:55 PM (IST)

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माघ मास का आरंभ हो चुका है। वैसे तो शास्त्रों में हर महीने का अपना महत्व है लेकिन माघ महीने की महिमा बहुत खास मानी जाती है। हेमाद्रि व्रत खण्ड और भविष्यपुराण में कहा गया है, इस माह की कुछ तिथियां विशेष पुण्य प्रदान करती हैं। यदि उस दिन विशेष काम किए जाएं। एक महीने तक हर रोज़ लाल चन्दन से सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए और अर्घ्य देना चाहिए। आइए जानें, किस दिन पड़ेंगी कौन सी खास तिथियां-

1 फरवरी शुक्रवार: कृष्ण पक्ष की द्वादशी से आरंभ हो रहा है फरवरी का महीना। कहते हैं इस दिन यमराज ने तिल पैदा किये थे। राजा दशरथ ने धरती पर लाकर इन्हें बोया था। सभी देवों ने मिल कर श्री हरि विष्णु को तिल का स्वामी बनाया। तिल से हरि पूजा करना, तिल दान और उसे खाने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। जो व्यक्ति ऐसा करता है उस पर श्री हरि और यम दोनों का आशीष बना रहता है।

2 फरवरी शनिवार: इस दिन शनि प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि व्रत और शिव त्रयोदशी है। भगवान शिव शनि के गुरु हैं इसलिए इस दिन भोले बाबा के उपाय और पूजा से दोनों की कृपा प्राप्त होगी।

4 फरवरी सोमवार : प्रयागराज त्रिवेणी में अद्र्धकुम्भ महापर्व के स्नान की प्रमुख तिथि रहेगी। अद्र्धकुम्भ का शाही स्नान होगा। ये तिथि इसलिए भी खास रहेगी क्योंकि इस रोज मौनी अमावस, सोमवती अमावस, स्नान दान आदि की माघ की अमावस रहेगी। ‘महोदय योग प्रात: 7 बजकर 58 मिनट से सूर्यास्त तक है, महोदय योग में तीर्थयात्रा- गंगा स्नान-तीर्थ स्नान आदि का महात्म्य और भी बढ़ जाता है, इस दिन वस्त्र, चावल, तिल, फल दान, पितृ तर्पण आदि का अक्षय फल होता है, मौनी अमावस होने से जप, तप, ध्यान आदि मौन रहकर करना चाहिए।

5 फरवरी मंगलवार : माघ शुक्ल पक्ष का प्रारम्भ होगा। माघ महीने के गुप्त नवरात्रि भी आरंभ होंगे। रात्रि 7 बजकर 35 मिनट पर पंचक शुरू हो जाएगी।

8 फरवरी शुक्रवार : गौरी तृतीया व्रत, गोंत्तरी व्रत, सिद्धि विनायक श्री गणेश चतुर्थी व्रत, तिल चतुर्थी, वरद् चतुर्थी, कुंद चतुर्थी व्रत रहेगा। महिलाओं को कुन्द और अन्य फूलों के साथ गुड़ और नमक लेकर गौरी पूजा करनी चाहिए। ब्राह्मणों और गायों को अपनी शक्ति के अनुसार दान करना चाहिए। 

9 फरवरी शनिवार : वसंत पंचमी, श्री पंचमी, श्री लक्ष्मी पंचमी, श्री  वागेश्वरी जयंती रहेगी। पंचमी तिथि दोपहर 12 बजकर 26 मिनट के बाद शुरु होगी। उत्तर एवं पश्चिम भारत में माता श्री सरस्वती देवी एवं भगवान श्री विष्णु-श्री कृष्ण राधा जी एवं रति-काम पूजा करने का विधान है। धर्म रक्षा के लिए वीर हकीकत राय जी का बलिदान दिवस भी बहुत सारे स्थानों पर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 

10 फरवरी रविवार: इस दिन पूर्वी भारत में वसंत पंचमी, श्री पंचमी, श्री लक्ष्मी पंचमी, श्री सरस्वती माता जी की जयंती एवं पूजन होगा। पंचमी तिथि दोपहर 2 बजकर 9 मिनट तक रहेगी। प्रयागराज त्रिवेणी इलाहाबाद में अद्र्धकुम्भ महापर्व के स्नान की ये विशेष तिथि रहेगी। रात 7 बजकर 37 मिनट पर पंचक समाप्त होगी।

12 फरवरी मंगलवार : रथ सप्तमी, आरोग्य सप्तमी, सूर्य भानु सप्तमी, पुत्र सप्तमी, अचला सप्तमी पर्व रहेगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी पवित्र नदी या बहते हुए जल में स्नान करना चाहिए। आक की पत्तियां, चावल, तिल, दूर्वा, अक्षत और चन्दन से सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। सप्तमी तिथि की देवी को भी  प्रणाम करना चाहिए। अद्र्धकुम्भ महापर्व प्रयागराज त्रिवेणी इलाहाबाद में स्नान की विशेष तिथि मनाई जाएगी।

13 फरवरी बुधवार : श्री दुर्गा अष्टमी व्रत, भीष्म अष्टमी, बुधाष्टमी मनाई जाएगी। प्रात: 8  बजकर 47 मिनट पर सूर्य कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा, माघ शुक्ल पक्ष की अष्टमी को सूर्य की कुम्भ संक्रान्ति रहेगी एवं फाल्गुण महीना प्रारम्भ हो जाएगा। संक्रांति का पुण्यकाल बाद दोपहर 3 बजकर 11 मिनट तक होगा।प्रयागराज त्रिवेणी में अद्र्धकुम्भ महापर्व के स्नान की विशेष तिथि भी रहेगी।

14 फरवरी बृहस्पतिवार: माघ महीने के गुप्त नवरात्रि समाप्त हो जाएंगे साथ में महानंदा नवमी रहेगी।

16 फरवरी शनिवार : जया एकादशी व्रत, श्री भीष्म द्वादशी और तिल द्वादशी का पर्व मनाया जाएगा। आज के दिन तिलों से श्री हरि की पूजा करने का विधान है। पवित्र नदियों में स्नान व दान करने से अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। आज के दिन ब्राह्मण को तिलों का दान, पितृ तर्पण, हवन, यज्ञ, आदि करना चाहिए।

17 फरवरी रविवार : प्रदोष व्रत रहेगा। मान्यता है की इस दिन व्रत करने वाले को सौ गऊ दान का फल मिलता है। 

18 फरवरी सोमवार: सूर्य ‘सायन’ मीन राशि में प्रवेश करेगा, वसंत ऋतु का प्रारम्भ हो जाएगा।

19 फरवरी मंगलवार : श्री सत्य नारायण व्रत, स्नान दान आदि की माघ की पूर्णिमा, मेला माघी पूर्णिमा प्रयागराज, हरिद्वार) आदि तीर्थ स्नान, श्री गुरु रविदास जी की जयंती, छत्रपति श्री शिवाजी महाराज जी की जयंती, माघ स्नान समाप्त, दश महाविद्या श्री ललिता जयंती, अद्र्धकुम्भ महापर्व प्रयागराज (त्रिवेणी) में स्नान की अंतिम तिथि।

20 फरवरी बुधवार : फाल्गुण की रिमझिम फुहार के साथ कृष्ण पक्ष का प्रारम्भ होगा।

22 फरवरी शुक्रवार : मासिक श्री गणेश चतुर्थी व्रत होगा। इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से गणपति और चन्द्र देव का आशीष प्राप्त होता है। चन्द्रमा का उदय रात 9:35 पर होगा।

26 फरवरी मंगलवार : मासिक काल अष्टमी व्रत के दिन भगवान शिव के अवतार भैरव बाबा का पूजन करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। श्री जानकी माता जी की जयंती मनाई जाएगी। सुखद वैवाहिक जीवन के लिए महिलाएं देवी सीता की पूजा करती हैं।

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Niyati Bhandari

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