इन खास दिनों पर किसी को कुछ देने से संवर जाती है किस्मत

Monday, Jun 26, 2017 - 02:53 PM (IST)

जीवन में सही उद्देश्य से किया गया अच्छा काम वास्तविक रूप से धर्म का पालन है। ऐसे कर्म हमेशा सुख-शांति और यश की कामना को पूरा करने वाले होते हैं। शास्त्रों के मुताबिक दैहिक, मानसिक और आत्मिक सुख देने वाला ऐसा ही कर्म है- दान।  व्यावहारिक रूप से दान देने का भाव अहं व स्वार्थ जैसे दोषों को घटाता है इसलिए दान के लिए त्याग, निस्वार्थ और विनम्रता के भाव ही सार्थक व सुख देने वाले माने गए हैं। यही कारण है कि जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी कर्मों में दान देने की परंपराएं जुड़ी हैं फिर चाहे वह पशु दान हो या कन्यादान। धार्मिक महत्व की दृष्टि से इससे जीवन में सकारात्मकता आती है। 


इसी कड़ी में शिवपुराण में लिखा है कि जिसे जिस वस्तु की जरूरत हो, उसे बिना मांगे ही दे दी जाए तो ऐसा दान बहुत फलीभूत होता है। जिसके लिए विशेष दिनों पर किया दान धर्म दीनता व दु:खों से बचाने वाला बताया गया है। दान के लिए वैसे तो चैत्र सहित सभी हिन्दू पंचांग के बारह माह शुभ हैं लेकिन इनमें भी आने वाली विशेष घडियां बहुत शुभ मानी गई हैं। जो ये हैं - 


किसी भी माह की सूर्य संक्रांति के दिन किया गया दान अन्य शुभ दिनों की तुलना में दस गुणा अधिक पुण्य देता है। 


सूर्य संक्रांति से भी दस गुणा पुण्यदायी सूर्य के विषुव योग यानी सूर्य विषुवत् रेखा स्थिति, जो हिन्दू पंचांग के मुताबिक चैत्र नवमी और आश्विन माह की नवमी पर बनता है।  


विषुव योग से दस गुणा फल कर्क संक्रांति यानी दक्षिणायन शुरू होने के दिन। 


कर्क संक्रांति से भी दस गुणा मकर संक्रांति यानी उत्तरायन शुरू होने के दिन। 


इनसे भी अधिक पुण्य चन्द्रग्रहण और सबसे श्रेष्ठ समय सूर्यग्रहण के दौरान व बाद माना गया है। 

ज्योतिषी वरिंदर कुमार
sun.astro37@gmail.com

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