सावन की रिमझिम के बाद भादों में आएंगे ये व्रत और त्यौहार

Tuesday, Aug 13, 2019 - 09:47 AM (IST)

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इस बात से सब वाकिफ ही हैं कि सावन का महीना चल रहा है और ये 15 अगस्त तक चलेगा। श्रावण का महीना खत्म होते है भादों यानि भाद्रपद का माह शुरू हो जाता है। हिंदू पंचांग में यह महीना छठा महीना होता है। जैसे सावन मास भगवान शिव को प्रिय है, ठीक उसकी तरह भादों का महीना भगवान कृष्ण का महीना माना जाता है। इसी मास में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है। भादों 16 अगस्त 2019 से 14 सितम्बर 2019 तक रहेगा। 

भादों भगवान श्रीकृष्ण के प्रकटोत्सव का मास है। इस दिन भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्रीकृष्ण ने भादों के महीने के कृष्ण पक्ष में रोहिणी नक्षत्र के अंतर्गत हर्षण योग वृष लग्न में जन्म लिया। श्रीकृष्ण की उपासना को समर्पित भादों मास विशेष फलदायी कहा गया है। भादों का माह भी, सावन की तरह ही पवित्र माना जाता है। इस माह में कुछ विशेष पर्व पड़ते हैं जिनका अपना-अपना अलग महत्त्व होता है, आइए जानते हैं उनके बारे में विस्तार से।  

कजली या कजरी तीज
भाद्रपद की कृष्ण तृतीया को कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस त्यौहार को राजस्थान के कई क्षेत्रों में विशेष रूप से मनाया जाता है और यह इस बार 18 अगस्त को मनाया जा रहा है। 

जन्माष्टमी
भाद्रपद में पड़ने वाला व्रत अष्टमी या जन्माष्टमी के नाम से जाना जाता है। यह उपवास पर्व उत्तरी भारत में विशेष महत्व रखता है और यह 24 अगस्त को मानाया जाएगा। पूरे भारत में जन्माष्टमी बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन में व्रत रखकर श्रद्धालु रात 12 बजे तक नाना प्रकार के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक आयोजन करते हैं। 

अजा एकादशी
कृष्ण एकादशी को अजा एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी इस वर्ष 26 अगस्त को आएगी।

भाद्रपद अमावस्या
भाद्रपद मास की अमावस्या पितृ शांति के लिये पिंड दान, तर्पण आदि धर्म कर्म के कामों के लिये काफी शुभ फलदायी मानी जाती है। यह अमावस्या 30 अगस्त को है।

हरतालिका तीज, गौरी हब्बा
भादों मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है। इसके साथ ही इस दिन गौरी हब्बा नामक पर्व भी मनाया जाता है। यह पर्व दक्षिण भारतीय राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू में विशेष रूप से मनाया जाता है। इसमें माता पार्वती के रूप गौरी की पूजा की जाती है, जोकि 1 सितंबर को मनाया जाएगा।

गणेश चतुर्थी
भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थ तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्री गणेश की पूजा, उपवास व आराधना का शुभ कार्य किया जाता है। पूरे दिन उपवास रख श्री गणेश को लड्डूओं का भोग लगाया जाता है। यह पर्व 2 सितंबर को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाएगा। 

ऋषि पंचमी
भाद्रपद माह की शुक्ल पंचमी को ऋषि पंचमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन महिलाएं सप्त ऋषियों की पूजा करती हैं व उपवास रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रजस्वला दोष से मुक्त होकर पवित्रता पाने के लिए भी यह उपवास किया जाता है। ऋषि पंचमी का उपवास 3 सितंबर को रखा जाएगा।

पदमा एकादशी
भादों में देवझूलनी एकादशी मनाई जाती है। इसे पदमा एकादशी का नाम से भी जाना जाता है। इसमें विष्णु जी की पूजा, व्रत, उपासना करने का विधान है। इस साल यह 9 सितम्बर, दिन सोमवार को मनाई जाएगी।  

अनंत चतुर्दशी
भाद्रपद चतुर्दशी तिथि, शुक्ल पक्ष, पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में अनंत चतुर्दशी उपवास किया जाता है। इस पर्व में दिन में एक बार भोजन किया जाता है। यह पर्व भगवान विष्णु के अनन्त स्वरूप पर आधारित है। इस दिन "ऊँ अनन्ताय नम:" का जाप करने से विष्णु जी प्रसन्न होते है। इस बार यह 12 सितंबर का मनाया जाएगा। 

Lata

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