इन मंदिरों के बाहर शिव भक्त लगाते हैं धरना, वजह कर देगी हैरान!

Tuesday, Dec 24, 2019 - 01:01 PM (IST)

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भारत देश में ऐसे कई मंदिर हैं जिनसे जुड़ी ऐसी कई धार्मिक मान्यताएं हैं जिनके बारे में जान सुनकर कोई भी हैरान हो जाए। तो आज आप को चौकान देने वाले एक ऐसे ही तथ्य के बारे में बताएंगे जिसे जानकर आप भी शायद हैरान हो जाएंगे। हम बात कर रहे हैं झारखंड के 2 ऐसे मंदिरों के बारे में जहां वर्षों से एक ऐसा परंपरा चली आ रही है जो अन्य मंदिरों से थोड़ी अलग है। दरअसल में इन मंदिरों में भक्त अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए भगवान के आगे धरना लगाते हैं। जी हां, आप सही पढ़ रहे हैं, धरना। आप में से लगभग लोगों ने आज तक लोगों को केवल सड़कों आदि पर धरना लगाते देखा-सुना होगा। जो कुछ सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सड़कों पर लगाते हैं। लेकिन हमारे देश में ऐसे कई मंदिर भी हैं जहां लोग भगवान से अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए उनके आगे धरना लगाक बैठते हैं।

दुमका में स्थित बाबा बैद्यनाथ
झारखंड के दुमका में स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर अधिक मशहूर है। दूर से दूर से लोग यहां भगवान शिव के दर्शनों के लिए आते हैं। यहां प्रचलित लोक मान्यता के अनुसार जो व्यक्ति यहां मंदिर के सामने बैठकर समक्ष धरना देता है, भगवान शिव उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं। यही कारण है भोलेनाथ के इस मंदिर के सामने इनके बहुत से भक्त धरने पर बैठे दिखाई देते हैं। तो वहीं मंदिर में धरना दे चुके कई भक्तों का कहना है कि धरना देने से उनकी अनेक प्रकार की मनोकामनाएं पूरी हुई हैं। इतना ही नहीं बल्कि यहां धरना देने से और कई गंभीर बीमारियां तक ठीक हो जाती हैं।

कोडरमा में स्थित दोमुहानी धाम
भगवान शिव को समर्पित ये मंदिर झारखंड के कोडरमा जिले में दो नदियों के किनारे पर स्थित स्थित है, जो देश के साथ-साथ विदेशों में भी काफ़ी प्रसिद्ध है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर की तरह इस मंदिर में भी दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान शिव के मंदिर के समक्ष बैठकर धरना देते हैं और शिव जी का ध्यान करते हैं। मान्यता है कि जो भी निःसंतान दंपत्ति सच्चे की कामना से इस मंदिर के सामने बैठकर धरना देती है भोले बाबा उनकी मुराद ज़रूर पूरी करते हैं। शिव जी के अन्य सभी मंदिरों की तरह यहां भी सावन की अधिक धूम-धाम देखने को मिलती है। बल्कि यहां पर सावन के दौरान इस मंदिर पर हर साल एक बड़ा मेला भी लगता है।

Jyoti

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