1 क्लिक में जानें भारत की किन जगहों पर स्थापित है ये 3 ऐतिहासिक व प्राचीन मंदिर

Sunday, Mar 13, 2022 - 01:33 PM (IST)

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हमारे देश में एक से एक बढ़कर प्राचीन व ऐतिहासिक मंदिर है, जिन्हें देखने की लालसा हिंदू धर्म से संबंध रखने वालों को तो होती है, बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी इन मंदिरों को देखने की कामना रखते हैं। परंतु एक बार में ही इन मंदिरों के दर्शन कर पाना किसी के लिए भी संभव नहीं है। इसलिए हम आपको अपनी वेबसाइट के माध्यम से लगातार आपको देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताते आ रहे हैं। तो चलिए एक बार फिर से हम आपकरे लिए लेकर आए हैं भारत देश में स्थित तीन ऐसे मंदिर जो अपनी विभिन्न खासियत के लिए न केवल भारत में बल्कि अन्य देशों-विदेशों में भी अधिक प्रचलित है। 

‘यूनेस्को विश्व धरोहर’ स्थल ‘रामप्पा मंदिर’
रामप्पा मंदिर, जिसे रुद्रेश्वर (भगवान शिव) मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण भारत में तेलंगाना राज्य में स्थित एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। 13वीं और 14वीं शताब्दी के काल में इस मंदिर का एक बड़ा गौरवशाली इतिहास रहा है। मंदिर परिसर के एक शिलालेख के अनुसार मंदिर का निर्माण वर्ष 1213 ईस्वी में काकतीय शासक गणपति देव के शासनकाल के दौरान उनके एक सेनापति रेचारला रुद्रदेव ने करवाया था। मंदिर एक शिवालय है जहां भगवान रामङ्क्षलगेश्वर की पूजा की जाती है। 

कामाक्षी अम्मन मंदिर
यह भारत के तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम तीर्थ नगर में स्थित देवी त्रिपुरा सुंदरी रूप में देवी कामाक्षी को समॢपत एक हिंदू मंदिर है। इसके साथ आदि गुरु शंकराचार्य का नाम भी जुड़ा है। यहां पद्मनाभन में विराजमान देवी की भव्य मूॢत है। कामाक्षी मंदिर को पल्लव राजाओं ने संभवत: छठी शताब्दी में बनवाया था। मंदिर के कई हिस्सों को पुन:निर्मित करवाया गया है क्योंकि मूल संरचनाएं या तो प्राकृतिक आपदा में नष्ट हो गईं या फिर इतने समय तक खड़ी न रह सकीं।

नैना देवी मंदिर
नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में है। यह शिवालिक पर्वत शृंखला की पहाड़ियों पर स्थित एक भव्य मंदिर है। यह देवी के 51 शक्तिपीठों में शामिल है। इस मंदिर तक जाने के लिए रोप-वे से लेकर पालकी आदि की भी व्यवस्था है। यह समुद्र तल से 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मान्यता है कि इस स्थान पर देवी सती के नेत्र गिरे थे।  

Jyoti

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