Falgun Month 2025: आज से शुरू हो रहा फाल्गुन का महीना, ये उपाय बदल देंगे आपकी किस्मत
punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2025 - 04:00 AM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2025_2image_15_32_381763997falgunmonth.jpg)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Falgun Month 2025: भारत में हर महीने के विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होते हैं और फाल्गुन मास भी एक ऐसा महीना है जब विशेष उपायों से जीवन में शुभता, समृद्धि और खुशहाली लाने की मान्यता है। फाल्गुन मास में विशेष रूप से कुछ खास उपाय किए जाते हैं जो न केवल व्यक्ति की किस्मत को बदल सकते हैं बल्कि विवाह, स्वास्थ्य और धन संबंधित समस्याओं का समाधान भी प्रदान कर सकते हैं। आज से फाल्गुन का महीना शुरू हो रहा है। इस लेख में हम फाल्गुन मास के 5 महत्वपूर्ण उपायों के बारे में जानेंगे, जिनसे आपकी किस्मत बदल सकती है और जीवन की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
Do this remedy in Falgun month फाल्गुन मास में करें यह उपाय
विवाह-शादी में यदि किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आज के दिन केवड़े के फूल से बना इत्र पानी में डालकर स्नान करें। इसके बाद बाद इत्र श्री कृष्ण को अर्पित करें। ऐसा करने से भगवान की कृपा आप पर बनी रहती है।
ज्योतिष शास्त्र में फाल्गुन माह में बहुत से उपाय बताए गए हैं यदि इन्हें कर लिया जाए तो जीवन में आने वाली रुकावटें जल्द दूर हो जाती हैं। आज के दिन श्री कृष्ण को चमेली और पीले रंग के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से विवाह में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती हैं।
फाल्गुन मास में विशेष रूप से शिव जी की पूजा का महत्व बढ़ जाता है। इस महीने में शिव भक्त विशेष रूप से रुद्राभिषेक करते हैं, जिससे जीवन में शांति और समृद्धि आती है। रुद्राभिषेक से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और हर प्रकार के कष्ट और दरिद्रता दूर होती है। इसके अलावा, अगर किसी के जीवन में विवाह संबंधी समस्या आ रही हो, तो रुद्राभिषेक से न केवल वैवाहिक जीवन में सुख आता है, बल्कि विवाह में देरी की समस्या का भी समाधान हो सकता है।
माता लक्ष्मी धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। फाल्गुन मास में माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन की कमी दूर होती है और जीवन के हर क्षेत्र में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है। फाल्गुन मास की प्रत्येक शुक्रवार को मां लक्ष्मी का पूजन करें और उन्हें लाल फूल अर्पित करें। इसके साथ ही ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः का जाप करें।