Kalashtami: आज काशी के कोतवाल को Gift करें ये सामान, पाएं धन-धान्य का वरदान

Wednesday, Feb 23, 2022 - 08:25 AM (IST)

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Falgun Kalashtami 2022: आज 23 फरवरी, फाल्गुन मास की अष्टमी तिथि है। अत: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के काल भैरव स्वरूप और मां दुर्गा की उपासना करने का विधान है। कुछ विद्वान इसे काल अष्टमी के नाम से भी जानते हैं। शिव पुराण के अनुसार काल भैरव काशी के कोतवाल हैं। कालाष्टमी के दिन वे अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।

कालाष्टमी की पूजा विधि
भैरव बाबा की पूजा शाम के समय करनी चाहिए या फिर रात का टाइम सबसे बेस्ट है। भैरव कथा पढ़ें या सुनें। उन्हें शराब बहुत प्रिय है। अत: उन्हें मदिरा का भोग लगाएं। भैरव बाबा के आगे सरसों के तेल का दीपक लगाना चाहिए। भैरव बाबा को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जाप करें- अतिक्रूर महाकाय कल्पान्त दहनोपम्, भैरव नमस्तुभ्यं अनुज्ञा दातुमर्हसि।

कालाष्टमी पर करें ये उपाय
भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। शिव परिवार की कथा सुनकर रात को जागरण करना चाहिए। व्रतधारी केवल फलाहार करें। कहते हैं कालाष्टमी के दिन जो व्यक्ति भगवान शिव को सफेद साफा अपने हाथों से पहनाता है और सफेद मिष्ठान का भोग लगाता है, उसे धन-धान्य की कभी कोई कमी नहीं रहती।

शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए भोले बाबा को 108 बिल्व पत्र, 21 धतूरे और भांग चढ़ाएं।

काल भैरव को सवा सौ ग्राम साबुत काली उड़द अर्पित करके उसमें से 11 दाने निकाल कर अपने वर्क प्लेस पर रख लें। ये उपाय करने से कारोबार या जॉब में आ रही सभी समस्याओं का सफाया होगा।

Niyati Bhandari

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