Prediction: आखिर क्यों एक हफ्ते में कुदरत ने हिलाई दुनिया !
punjabkesari.in Sunday, Feb 14, 2021 - 01:55 AM (IST)

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Earthquake: 5 ग्रहों की युती से विश्व भर में तबाही मच रही है। एक हफ्ते में कुदरत ने दुनिया हिला कर रख दी है। मकर राशि में पिछले चार दिन से शुरु हुई 6 ग्रहों की युति के चलते दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भुकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक अपदाओं का समाना करना पड़ रहा है। कल शुक्रवार देर रात आया भुचाल भी ग्रहों की इसा युती का नतीजा है। दरअसल मकर राशि में 9 फरवरी से सूर्य, चन्द्रमा, गुरु, बुध, शनि और शुक्र की युति चल रही थी। जिस कारण न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया में तगड़े भूकंप के झटके देखने को मिले। वहीं भारत के उत्तराखण्ड में गलेशियर फटने जैसी भारी तबाही हुई।
हालांकि जालंधर की टैरो कार्ड रीडर नीलम ने कहा की 6 ग्रहों की युति 9 फरवरी को हुई थी लेकिन इससे पहले मकर राशि में 5 ग्रह संचार कर रहे थे। ग्रहों की इसी चाल के कारण न्यूजीलैंड में 8 फरवरी को गहरे समुद्र में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया और सुनामी एलर्ट जारी करना पड़ा। ग्रहों की इसी युति के चलते ही उत्तराखण्ड में गलेशियर फटने की घटना हुई और सुनामी का अलर्ट जारी हुआ था। जिसमें सैकड़ों लोग लापता हो गए। हालांकि अब सूर्य और चन्द्रमा दोनों राशि परीवर्तन करके कुंभ राशि में आ गए हैं लेकिन इसके बावजूद प्राकृतिक अपदाओं का खतरा लगातार बना हुआ है।
शुक्रवार देर रात 10.34 पर जब भुकंप आया, उस समय बुध के स्वामीत्व वाले कन्या लग्न का उदय हो रहा था और लग्र का स्वामी पंचम भाव में अष्टटम भाव के मालिक और छटे भाव के मालिक शनि के साथ बैठा हुआ था। बुध पृथ्वी तत्व की राशि है और छटा भाव एस्ट्रोलोजी में पाताल माना गया है।
Vedic astrology and earthquake: ज्योतिष के मुताबिक भुकंप का कारण सूर्य और शनि होते हैं। शनि अस्त स्थिति में चल रहे हैं। कंपन का कारक राहु और केतु होते हैं। कालसर्प योग का निर्माण करते हुए ये स्थित अचानक आपदा का भी संकेत देती है। कल शुक्रवार का नक्षत्र राहु का नक्षत्र था इसलिए ये स्थित उत्पन्न हुई। परंतु उस समय पंचम और अष्टम भाव की स्थिति अच्छी होने के कारण ज्यादा जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
15 फरवरी से ये सामान्य स्थिति में आ जाएंगे लेकिन इसके बावजूद ग्रहों की स्थित आने वाले समय के लिए प्राकृति लिहाज से अच्छी नहीं है।