मार्केट में चल रही उठक-पटक के चलते, व्यापारियों को रहना होगा ALERT

Sunday, Feb 18, 2018 - 08:58 AM (IST)

आलोच्य सप्ताह (21 से 27 फरवरी तक) के दौरान कोई भी सितारा न तो अपना राशि परिवर्तन करता है और न ही पोजीशन बदलता है, इसलिए ग्रह योग ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है। अलबत्ता शुक्र-बुध नक्षत्र पर अपनी स्थिति जरूर बदलते हैं तथा राहू-केतू नक्षत्र पर अपना चरण तबदील करते हैं। इस तरह ग्रह योग की अपरिवर्तित स्थिति तथा मार्केट से जुड़े अन्य पहलुओं को देखने से मालूम देता है कि बेशक चलते रुख में किसी बदलाव की आशा तो नहीं है, किंतु उठा-पटक की सम्भावना को खारिज नहीं किया जा सकता। 


व्यापारी ध्यान दें कि मार्केट की खामोशी आगे आने वाली भारी उठा-पटक तथा हलचल की सूचक है, इसलिए व्यापारियों को अलर्ट होकर काम करना चाहिए, चूंकि इसकी जानकारी उन्हें इस साप्ताहिक कालम में मिलती रहेगी, इसलिए इसे रैगुलर पढने वाले लाभान्वित रहेंगे। ध्यान देने वाला नुक्ता यह है कि पिछले सप्ताह में 15 फरवरी वाला रुख ही मोटे तौर पर आलोच्य सप्ताह में बना रहेगा। इस सप्ताह में 22, 23, 26 फरवरी हलचल वाले दिन समझें।


तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि, सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में 15 फरवरी वाला रुख ही इस सप्ताह में बना रहेगा—बीच में 22, 23 फरवरी मजबूती, जबकि 26 फरवरी नर्मी का रिएक्शन। काटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में मोटे तौर पर तेजी रुख बना रहने की आशा—वैसे 22, 23, 26 फरवरी हलचल वाले दिन।


शेयर मार्केट में पिछले सप्ताह वाला रुख आमतौर पर आलोच्य सप्ताह में बना रहेगा—वैसे 22, 23 फरवरी मजबूती तथा 26 फरवरी को नर्मी का रिएक्शन। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में शुरू सप्ताह से जो रुख बन गया, ख्याल है कि वही रुख सप्ताहांत तक चलता जाएगा। गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों तथा दालों इत्यादि में यदि 15 फरवरी को तेजी का झटका आया होगा तो फिर आलोच्य सप्ताह में तेजी समझें—वैसे 22, 23, 26 फरवरी खास दिन। हाजिर मार्केट में ग्राहकी रहेगी, चहल-पहल बढ़ेगी, इसलिए बिकवालों को बच बचा कर काम करना चाहिए, ताकि वे बाजार के उलट-फेर में न फंस जाएं।

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