रविवार को भूलकर भी न करें इन 3 पेड़-पौधों की पूजा, घर में पसर जाएगी दरिद्रता

punjabkesari.in Tuesday, Mar 26, 2024 - 08:44 AM (IST)

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रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित है। सनातन धर्म में देवी-देवताओं के साथ-साथ कई पेड़-पौधों को भी देवतुल्य माना गया है।कुछ पेड़-पौधे ऐसे होते हैं, जिन पर देवी-देवताओं का वास होता है। मान्यता है कि इनकी पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं लेकिन इसी के साथ आपको ये भी बता दें कि कुछ पेड़-पौधे ऐसे हैं जिनकी रविवार के दिन भूलकर भी पूजा नहीं करनी चाहिए और न ही जल अर्पित करना चाहिए। तो आइए देर न करते हुए जानते हैं रविवार के दिन किन पेड़-पौधों की पूजा नहीं करनी चाहिए।

प्रत्येक हिंदू घर में तुलसी का पौधा होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे में साक्षात मां लक्ष्मी विराजमान होती हैं। मान्यता है कि तुलसी जी को जल चढ़ाने और उसकी विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धन-संपदा आती है लेकिन इसी बीच आपको ये भी बता दें कि रविवार के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। रविवार के दिन न तो तुलसी की पूजा करनी चाहिए और न ही तुलसी के पत्ते तोड़नी चाहिए क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रविवार के दिन तुलसी माता भगवान विष्णु जी के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। रविवार के दिन उन्हें जल चढ़ाने से उनका व्रत खंडित हो जाता है इसलिए इस दिन तुलसी को जल नहीं अर्पित करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार के दिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाने से नकारात्मक शक्तियों का वास होता है और घर की बरकत चली जाती है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार के दिन शमी के पेड़ की पूजा भूलवश भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि शमी का पौधा शनिदेव को समर्पित है इसलिए इस पेड़ की पूजा मुख्य रूप से शनिवार के दिन ही की जानी चाहिए। रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित है। शनिदेव और सूर्यदेव आपस में शत्रुता का भाव रखते हैं। रविवार के दिन शमी पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन से तमाम तरह के दुख-दर्द आते हैं।

रविवार के दिन पीपल की पूजा करना अशुभ माना जाता है। रविवार के दिन इसकी पूजा करने से आर्थिक स्थिति खराब होने के साथ-साथ शारीरिक कष्टों का भी सामना करना पड़ता है। रविवार को पीपल की पूजा न करने के पीछे एक पौराणिक कथा ये है कि मां लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी को सप्ताह में रविवार का दिन समर्पित है। भगवान विष्णु ने लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी को सिर्फ रविवार के दिन पीपल में निवास की अनुमति दी है इसलिए अगर आप रविवार के दिन पीपल में जल अर्पित करते हैं तो घर में दरिद्रता आती है। व्यक्ति के हाथ निराशा लगती है। ऐसे में आप भूलकर भी इस दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श न करें और न ही जल अर्पित करें।


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Content Writer

Niyati Bhandari

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