बुधवार के दिन करें गणपति के इस रूप की पूजा फिर देखें कमाल

Wednesday, Mar 27, 2019 - 03:04 PM (IST)

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वैसे तो बुधवार के दिन भगवान गणेश जी के हर रूप की पूजा का विधान है। कहा जाता है कि इस दिन इनकी पूजा शुभ मानी जाती है। परंतु क्या आप जानते हैं अगर बुधवार के दिन इनके हरिद्रा अवतार की पूजा की जाए तो पूजा का दोगुना फल प्राप्त होता है। शास्त्रों में किए गए वर्णन के अनुसार हरिद्रा गणपति मां बगलामुखी के अंग माने गए हैं। ज्योतिष में बताया गया है कि इसकी साधना से शत्रु नाश होते हैं और जादू-टोना का प्रभाव खत्म होता है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक मां त्रिपुरसुंदरी ने इन्हें याद किया तो हरिद्रा गणपति ने प्रकट होकर भण्डासुर दैत्या के अभिचार यंत्र का नाश किया था। बता दें कि हरिद्रा का अर्थ हल्दी से है। इसका प्रयोग हिंदू धर्म में होने वाले सभी शुभ कामों के लिए किया जाता है खासकर शादी-विवाह में हल्दी का लेप लगाए जाने का खासा विधान है। कहते हैं हल्दी सुख-सौभाग्य देने वाली और विघ्नों का विनाश करने वाली है। यहां तक की इससे बहुत सारे रोगों का नाश भी संभव माना जाता है।

तभी तो हरिद्रा गणपति को मंगलसूचक माना गया है। उनका स्वरूप बड़ा निराला है। इन्होंने पीले रेशमी वस्त्र धरण किए हुए हैं, गणपति का वर्ण भी पीला है। स्वर्ण मुकुट से सजी इनकी चतुर्भुजी प्रतिमा किसी का भी मन मोह लेती है। गणपति के ऊपरी दाएं हाथ में अंकुश, निचले दाएं हाथ में वरद मुद्रा, ऊपरी बाएं हाथ में पाश व निचले बाएं हाथ में एक रत्नकुंभ धारण किए हुए हैं।

हरिद्रा गणपति के विशेष मंत्र का जाप करने से न केवल मनचाहा साथी मिलता है बल्कि बेरोजगारों को अच्छी जॉब भी मिलती है। 

हरिद्रा गणेश मंत्र- हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपतये वर वरद सर्व जन हृदयं स्तम्भय-स्तम्भय स्वाहा।॥ 

इस मंत्र के 4 लाख जाप और 40 हज़ार हवन की आहुति से विवाह और संतान सुख के योग बनने लग जाएंगे।
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Jyoti

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