एकादशी व्रत के साथ-साथ करें इस मंत्र का जाप, मिलेगा दोगुना लाभ

Wednesday, May 15, 2019 - 05:20 PM (IST)

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हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी का व्रत यानि कि आज मोहिनी एकादशी का दिन है। इस तिथि पर भगवान विष्णु और उनके अवतारों की विशेष पूजा करने की परंपरा है। लेकिन श्री हरि के साथ-साथ तुलसी जी की पूजा करने का भी महत्व होता है, क्योंकि एकादशी के अगले दिन यानि कि द्वादशी वाले दिन तुलसी जी को छुना मना होता है। शास्त्रों में तुलसी को लक्ष्मी जी का ही रूप माना जाता है। कहते हैं कि एकादशी की शाम को तुलसी की पूजा दीपक जलाकर और कुछ विशेष मंत्रों के जाप द्वारा की जाए तो उसका फल दोगुना अधिक मिलता है। आज हम आपको तुलसी पूजा में प्रयोग होनो वाले नामाष्टक मंत्र के बारे में बताएंगे।

मंत्रः
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी। पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।
एतनामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम। य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलभेत।।

मंत्र जाप करने का तरीकाः
शाम को स्नान के बाद तुलसी पूजा व परिक्रमा करें। उसके बाद शुद्ध घी का दीपक तुलसी के समक्ष जलाएं और साथ ही तुलसी की माला पर इस मंत्र का जाप 108 बार करें। लेकिन साथ ही एक बात का ध्यान रखें कि मंत्र जाप करते समय आपका मुंह पूर्व दिशा की ओर ही होना चाहिए। 

Lata

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