नित्य कर्म में जरूर करें इन पूजा मंत्रों का जाप

Monday, Nov 11, 2019 - 11:38 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का बहुत अधिक महत्व होता है। ऐसे में अगर हर कार्य को पूरे विधि-विधान के साथ पूरा न किया जाए तो व्यक्ति को बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हर काम को पूरा करने के लिए उसकी विधि जानना जरूरी होता है। इसी के चलते आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें हर रोज जपने से आपका भाग्य बदल सकता है। 

कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती।
करमूले स्थितो ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्।।

प्रात:काल यह मंत्र पढ़कर अपने हाथों के दर्शन करना अति शुभ है।

समुद्र वसने देवी, पर्वत स्तन मंडले।
विष्णु पत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्व मे।।

इस मंत्र को पढ़कर सवेरे धरती माता को प्रणाम करना हितकारी है।

आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर।
दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तुते।।

इस मंत्र से भगवान सूर्य का नमन करने से घर में धन की वृद्धि होती है।

ब्रह्मार्पण ब्रह्म हवि: ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम्।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं, ब्रह्म कर्म समाधिना।।

भोजन से पहले इस मंत्र का पाठ हमारी बुद्धि और तेज को बढ़ाता है।

दीप ज्योति: पर ब्रह्म, दीप ज्योतिजनार्दन:।
दीपो हरतु मे पापं, दीप ज्योतिर्नमोऽस्तुते।।

दीप जलाकर इस मंत्र का पाठ हमारे पापों का नाश करता है।

कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणतक्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:।।

रात्रि में सोने से पहले इस मंत्र को पढऩे से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से सारे क्लेशों (दुखों) का नाश होता है।

सर्व बाधा प्रशमनं, त्रैलोक्यस्याऽखिलेश्वरी।
एवमेव त्वया कार्यामस्मद्वैरि विनाशनम्।।

हर प्रकार की बाधा नाश करने में यह मंत्र बहुत प्रभावी है।

देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।
देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणंगत:।।

संतान के इच्छुक दम्पति इस मंत्र का जप करें तो संतान की प्राप्ति होगी।

सरस्वती महाभागे, वरदे कामरूपिणी।
विश्वरूपि विशालाक्षी, देहि विद्या परमेश्वरी।।

विद्या प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप लाभकारी है।

अच्युतानंदगोविंद नामोच्चारण भेषजात्।
नश्यन्ति सकला रोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम्।।

इस मंत्र के जाप से रोगों का नाश हो जाता है।

या देवी सर्व भूतेषु शांति रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

इस मंत्र के जाप से घर में सदैव शांति रहती है। कलह समाप्त होता है।

आपदामपहर्तारं, दातारं सर्व सम्पदाम्।
लोकाभिरामं श्रीराम, भूयो भूयो नमाम्यहम्।।

इस मंत्र के पाठ से भगवान श्रीराम आपत्तियों का नाश करते हैं और धन सम्पदा देते हैं।

Lata

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