गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन करें ये उपाय, भाग्य में होगा बदलाव

Sunday, Feb 05, 2017 - 01:07 PM (IST)

28 जनवरी से गुप्त नवरात्रि का आरंभ हुआ था। आज गुप्त नवरात्रि की नवमी है। नवरात्रि के नौ दिन दुर्गा माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इन दिनों लोग पूजा पाठ करते हैं। जिससे उनके जीवन में मां दुर्गा की कृपा अौर घर में सुख-समृद्धि बनी रहे। जीवन में कई प्रकार की समस्याएं आती हैं। यदि नवरात्रि के अंतिम दिन कुछ सरल उपाय किए जाएं तो इन समस्याअों को दूर किया जा सकता है। 

 

धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय
नवरात्रि के अंतिम दिन खाली व शांत कमरे में उत्तर दिशा की अोर मुख करके पीले आसन पर बैठ जाएं। अपने सम्मुख तेल के नौ दीपक प्रज्वलित करें। याद रखें ये दीपक साधनाकाल तक प्रज्वलित रहने चाहिए। उसके बाद दीपकों के सामने लाल चावल की एक ढेरी बनाकर उसके ऊपर श्रीयंत्र रख दें। श्रीयंत्र का कुमकुम, फूल, धूप तथा दीप से पूजा करें। इसके बाद एक प्लेट पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उसकी पूजा करें। अब इस श्रीयंत्र को घर के पूजा स्थल में स्थापित करें अौर शेष साम्रगी को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इससे शीघ्र ही धन लाभ प्राप्त होगा।

 

इंटरव्यू में मिलेगी सफलता
नवरात्रि के अंतिम दिन सुबह शीघ्र उठकर स्नानदि कार्यों से निवृत होकर सफेद रंग का आसन बिछाकर उस पर पूर्वदिशा की अोर मुख करके बैठ जाएं। उसके बाद अपने सामने पीला कपड़ा बिछाकर उस पर 108 मनकों की स्फटिक की माला रख दें। फिर इसके बाद इस पर केसर व इत्र छिड़क कर माला की पूजा करें। माला को धूप, दीप और अगरबत्ती दिखाकर ऊं ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा मंत्र का 31 बार जाप करें। ये उपाय लगातार 11 दिन करने से माला सिद्ध हो जाएगी। उसके बाद जब भी इंटरव्यू पर जाना हो तो इस माला को पहनकर जाएं। इससे व्यक्ति को इंटरव्यू में सफलता मिलेगी। 
 

हर मनोकामना होगी पूर्ण
शिवालय में जाकर शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर अर्पित करें। इसके बाद शुद्ध जल अर्पित करें अौर पूरे मंदिर में झाडू लगाकर सफाई करें। चंदन, पुष्प एवं धूप, दीप आदि से भगवान शिव की पूजा करें। उसी दिन रात को 10 बजे के बाद अग्नि प्रज्वलित कर ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करते हुए घी से 108 आहुति दें। इसके बाद भगवान शिव के सामने बैठकर 40 दिनों तक नित्य इस मंत्र की पांच माला जप करें। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होगी। 

 

परिजनों व पत्नि से बनेंगे मधुर संबंध
पति-पत्नी के मध्य या घर-परिवार में संबंध अच्छे न हो तो नवरात्रि के अंतिम दिन स्नानादि कार्यों से निवृत होकर सब नर करहिं परस्पर प्रीति। चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति।। मंत्र का उच्चारण करते हुए 108 बार अग्नि में घी से आहुतियां दें। इससे ये मंत्र सिद्ध हो जाएगा। उसके बाद प्रतिदिन सुबह पूजा के समय इस मंत्र का 21 बार जाप करने से परिजनों व पत्नि से मधुर संबंध बनेंगे। 

 

शीघ्र विवाह के लिए करें ये उपाय
नवरात्रि में भगवान शिव-पार्वती का एक चित्रपट घर के मंदिर में रखें। उनका विधिवत पूजन करने के बाद ऊँ शं शंकराय सकल-जन्मार्जित-पाप-विध्वंसनाय, पुरुषार्थ-चतुष्टय-लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।। मंत्र का 3, 5 या 10 माला जाप करें। जप करने के बाद भोलेनाथ से विवाह में आ रही बाधाअों को दूर करने के लिए प्रार्थना करें। इससे शीघ्र विवाह के योग बनेंगे। 


 

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