Kundli Tv- अपने BIRTH MONTH के मुताबिक जपे ये मंत्र

Wednesday, Dec 05, 2018 - 02:57 PM (IST)

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जन्म नक्षत्र का किसी भी व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान रहता है। यदि ये बलवान है तो गरीब के घर पैदा होकर भी व्यक्ति राजा जैसा जीवन जीता है लेकिन इसके कमज़ोर होने से अपने ही दुश्मन बन जाते हैं। अच्छे व्यक्ति की इमेज भी विलेन जैसी हो जाती है। अपनी कुंडली के जन्म नक्षत्र को स्ट्रांग करने के लिए महीने में एक दिन उस नक्षत्र के मंत्र का जाप करना चाहिए। वो खास दिन है जब चन्द्रमा उस नक्षत्र पर गोचर करे आइए जानें वो स्पेश्ल मंत्र-

अश्वनी व रेवती नक्षत्र - एक माला 'ॐ ऐं' मंत्र का जाप करें।

भरणी नक्षत्र - एक माला "ॐ ह्रीं" मंत्र का जाप करें।

कृतिका व उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र - जितना अधिक हो सके गायत्री मंत्र "ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्॥" का जाप करें।

रोहिणी व मृगशिरा नक्षत्र - एक माला "ॐ ऋं, ॐ ऌं" मंत्र का जाप करें।

आर्द्रा, मघा, अश्लेषा, पूर्वाफाल्गुनी व अभिजित नक्षत्र - एक माला भगवान् शिव के पंचाक्षरी मंत्र "ॐ नम:शिवाय" मंत्र का जाप करें।

पुनर्वसु ,पुष्य, हस्त व अनुराधा नक्षत्र - एक माला "ॐ" मंत्र का जाप करें।

चित्रा, मूल, धनिष्ठा व स्वाति नक्षत्र - एक माला "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सरस्वत्यै नम:" मंत्र का जाप करें।

विशाखा नक्षत्र - एक माला "ॐ यम् या ॐ राम" मंत्र का जाप करें।

ज्येष्ठा नक्षत्र - एक माला "ॐ धं" मंत्र का जाप करें।

पूर्वाषाढ़ नक्षत्र - एक माला "ॐ बँ" मंत्र का जाप करें।

उत्तराषाढ़ व श्रवण नक्षत्र - एक माला "ॐ भाम्" मंत्र का जाप करें।

शतभिषा नक्षत्र - एक माला "ॐ लं" मंत्र का जाप करें।

पूर्व भाद्रप्रद व उत्तर भाद्रप्रद नक्षत्र - एक माला "ॐ शं" मंत्र का जाप करें।
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Niyati Bhandari

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