प्रदोष काल में करें ये काम, होगा ऐसा चमत्कार रह जाएंगे दंग

Friday, Feb 07, 2020 - 02:24 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पंचांग के अनुसार आज यानि 07 फरवरी, आज शुक्र प्रदोष व्रत मनाया जा रहा है। तो नहीं कुछ जगहों पर 06 फरवरी, 2020 को भी इस ये व्रत मनाया गया है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक प्रदोष व्रत पर भगवान शंकर की पूजा का विधान है। वैसे तो ये पूरा ही दिन इन्हें प्रसन्न करने के लिए शुभ होता है परंतु प्रदोष काल यानि संध्या काल में इनकी पूजा अधिक लाभ प्राप्त करवाने वाली मानी जाती है। तो वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दौरान अगर राशि अनुसार कुछ उपाय किए जाएं तो और अधिक लाभ प्राप्त होता है। तो अगर आप जानना चाहते हैं आपकी राशि के मुताबिक आज आपको कौन सा उपाय करना चाहिए तो पढ़िए आगे दी गई जानकारी। मगर इससे पहले बता दें त्रयोदशी तिथि आज शाम 6 बजकर 32 मिनट तक रहेगी।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। साथ ही इसमें बताया गया है कि सप्ताह के सातों दिनों में से जिस दिन प्रदोष व्रत पड़ता है, उसी के नाम पर उस प्रदोष का नाम रखा जाता है। चूंकि आज शुक्रवार है अतः आज शुक्र प्रदोष व्रत है।

बताते चलें इसके अलावा आज प्रीति योग भी है जो की आज 10 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। प्रीति का अर्थ होता है – प्रेम। यानि ये योग प्रेम का विस्तार करने वाला है। अगर आपका कोई अपना आपसे रूठ गया है, किसी के साथ समझौता करना है या प्रेम-विवाह में किसी प्रकार की परेशानी चल रही है या फिर आपको किसी के साथ अपने प्रेम का रिश्ता आगे बढ़ाना है, इसके लिए आज का दिन बहुत ही अच्छा है

मेष राशि
मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए व वैवाहित जीवन में प्यार को बरकरार रखने के लिए आज दूध में थोड़ा-सा केसर और कुछ फूल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और ॐ शं शंकराय नमः का 11 बार जप करें।  

वृष राशि
हर तरग का भय दूर करने के लिए किसी शाम के समय शिव जी की प्रतिमा के आगे दीपक जलाएं व वहीं उनके सामने आसन बिछाकर पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके बैठें तथा रुद्राक्ष या चंदन की माला से “ॐ शं शंकराय भवोदमवाय शं ॐ नमः ” मंत्र का जाप करें। अगर आपके पास रुद्राक्ष, चंदन या करमाला पर गिनकर 108 बार मंत्र जाप करें।

मिथुन राशि
अपने शत्रुओं को परास्त करने के लिए तथा उन पर जीत हासिल करने के लिए शिवलिंग पर ‘ॐ नमश्शिवाय’ बोलते हुए धतूरा चढ़ाएं। इससे आपको अपने शत्रुओं पर विजय ज़रूर मिलेगी।

कर्क राशि
इस राशि के जो लोगों को किसी बीमारी ने बुरी तरह से जकड़ रखा है तो शाम के समय घर में किसी एकांत जगह पर आसन बिछाएं और उस प बैठकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
मंत्र है- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

सिंह राशि
मानसिक रूप से शांति के लिए और अपने अंदर पॉजिटिव ऊर्जा को बढ़ाने के लिए भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर के आगे आसन बिछाकर बैठ जाएं। इस बात का ध्यान रखें कि आसन पर बैठते समय आपका मुंह पूर्व दिशा की तरफ़ हो और भगवान की स्थापित मूर्ति का ठीक आपके सामने हो। इसके बाद  “ॐ आं शं शंकराय मम सकल जन्मांतरार्जित पाप विध्वंसनाय शं आं ॐ” मंत्र का 11 बार तेज़ आवाज़ में गहरी सांस लेकर उच्चारण करें।  

कन्या राशि
घर की सुख-समृद्धि को हर प्रकार की बुरी की नज़र से बचाने के लिए  हाथ में जौ का आटा लेकर भगवान शंकर के चरणों में स्पर्श कराकर, बाद में उस जौ के आटे की रोटियां बना लें और गाय के बछड़े या बैल को खिला दें।

तुला राशि
घर की खुशहाली के लिए और उनकी तरक्की के लिए शिव मंदिर जाकर सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा करें। संभव हो तो शाम के समय फिर से स्नान करके साफ़ कपड़े पहनकर शिव मंदिर जाएं।

वृश्चिक राशि
जीवन के और बेहतर बनाने के लिए सुबह किसी शिव मंदिर में जाएं और वहां जाकर शुद्ध जल में थोड़ा सा दूध और गंगाजल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।

धनु राशि
सोसाईटी में अपना रूतबा कायम रखने के लिए बालू, राख, गुड़ और मक्खन मिलाकर शिवलिंग बनाएं और उसका विधि-विधान से पूजन करें। पूजन आदि के उपरांत इस शिवलिंग को शिव मंदिर में जाकर रख आएं।

मकर राशि
अपनी नौकरी में दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की पाने के लिए रंगोली वाले पांच अलग-अलग रंग लें और शाम के समय शिव मंदिर में जाकर उन रंगों से एक छोटी-सी गोल आकृति में रंगोली बनाएं। तथा इस रंगोली के बीचो-बीच घी का दीपक जलाएं।

कुंभ राशि 
हर काम में सफलता पाने के लिए बेल पत्र से भगवान शंकर का पूजन करें। शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ाते समय “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप जरूर करें। इस उपाक से आपके साथ अपकी संतान को भी सफलता हासिल होगी।

मीन राशि
गर आप चाहते हैं आप के घर की तिज़ोरी हमेशा पैसों से भरी रहे तो सवा किलो साबुत चावल लें और उनमें से कुछ चावल शिव मंदिर में चढ़ाएं तथा बाकि के चावलों को किसी जरूरतमंद को दें।

Jyoti

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