Diwali 2019: देवी लक्ष्मी के साथ-साथ इनकी पूजा करना न भूलें वरना...

Wednesday, Oct 23, 2019 - 12:40 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में यूं तो साल में पड़ने वाले 12 महीनों का बहुत महत्व है। परंतु इनमें से कुछ ऐसे माह माने जाते हैं जिनका महत्व बाकियों की तुलना में अधिक होता। इन्हीं में से एक हैं कार्तिक का महीना। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये मास विष्णु भगवान को समर्पित है। इसके अलावा इस माह के खास होने का एक कारण ये है कि इस महीने में हिंदू धर्म में कई प्रमुख त्यौहार आ जाते हैं। जिनमें से एक है दिवाली की त्यौहार। बता दें इस बार दीपावली का ये पर्व 27 अक्टूबर दिन रविवार को पड़ रहा है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह में मनाए जाने वाले धनतेरस के बाद अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है।

शास्त्रों के अनुसार घर में धन-संपदा व सुख शांति की प्राप्ति के लिए इस दिन भगवान गणेश जी के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की पूजा का विधान है। जिसके चलचते हर कोई इनकी खास विधि-विधान से आराधना करता है। परंतु कुछ जाने-अनजाने में पूजा के दौरान ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिनसे उन्हें अपनी पूजा का संपूर्ण फल नहीं मिल पाता। इसलिए सकहा जाता है प्रत्येक व्यक्ति को इस दिन पूजा आदि करने से पहले निम्न दी गई चीज़ों का देवी लक्ष्मी व की पूजा में इस्तेमाल बिल्कुल न करें। अन्यथा आप से देवी लक्ष्मी नाराज़ भी हो सकती हैं। तो अगर नहीं चाहते कि देवी लक्ष्मी आप से रुष्ट हो तो आगे दी गई बातों का ध्यान ज़रूर रखें।

कभी न अर्पित करें तुलसी के पत्ते
इतना तो सभी जानते ही होंगे कि भगवान विष्णु को तुलसी सबसे ज्यादा प्रिय होती है किंतु बता दें देवी लक्ष्मी का तुलसी से वैर है। वो इसलिए क्योंकि तुलसी श्री हरि यानि विष्णु के दूसरे स्वरूप शालिग्राम की पत्नी हैं। जिस हिसाब से तुलसी देवी लक्ष्मी की सौतन हुई। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि किसी को भी देवी लक्ष्मी की पूजा में तुलसी अर्पित नहीं करनी चाहिए।

इस ओर रखें दीपक
सबसे पहले बता दें देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए दीपक की बाती का रंग हमेशा लाल होना चाहिए, व दीपक को हमेशा दायीं ओर रखना चाहिए। कभी भी देवी लक्ष्मी की पूजा में दीपक बायीं ओर न रखें। इसके पीछे कारण यह बताया जाता है कि भगवान विष्णु अग्नि और प्रकाश के स्वरूप हैं। तो भगवान विष्णु का स्वरूप होने के कारण दीप को हमेशा दायीं ओर रखें। 

न चढ़ाएं इस रंग के फूल
कभी भी धन की देवी मां लक्ष्मी को सफ़ेद फूल अर्पित न करें। क्योंकि देवी लक्ष्मी चीर सुहागन हैं इसलिए इन्हें हमेशा लाल फूल जैसे लाल गुलाब और लाल कमल का फूल ही चढ़ाना चाहिए।

श्री हरि की पूजा करना न भूलें
मान्यताओं के अनुसार देवी लक्ष्मी की पूजा तभी सफल मानी जाती है जब इनके साथ इनके अर्धांग श्री हरि की भी पूजा की जाए। अगर कोई जातक इनकी आराधना करना भूल जाता है तो उसकी पूजा निष्फल मानी जाती है।

दक्षिण दिशा में रखें प्रसाद
माता लक्ष्मी की पूजा में प्रसाद को हमेशा दक्षिण दिशा में रखें तथा फूल बेलपत्र आदि सामने रखें।
 

Jyoti

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