बल, बुद्धि और विद्या के लिए नवरात्रि में ये करना न भूलें

Monday, Apr 08, 2019 - 03:11 PM (IST)

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वर्तमान समय में चैत्र माह के नवरात्रि चल रहे हैं इसलिए इन दिनों मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और मां काली की पूजा हो रही है।  नवरात्रि के आरंभ में मां लक्ष्मी, मध्य में मां सरस्वती और अंत में मां काली की पूजा होती है। मां सरस्वती जीवन की जड़ता को दूर करती हैं। संगीत कला, बुद्धि कौशल और आध्यात्म की प्राप्ति के लिए इस काल में पूजा करना सर्वोत्तम है। सिर्फ हमें उसकी योग्य अर्थ में उपासना करनी चाहिए। सरस्वती का उपासक भोगों का गुलाम नहीं होना चाहिए। जो विद्या की देवी भगवती सरस्वती कंद के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की है। जो श्वेत वस्त्र धारण करती हैं जिनके हाथ में वीणा दंड शोभायान है। जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण किया है। जो ब्रह्मा, विष्णु एवं शंकर द्वारा सदा पूजित हैं, वही संपूर्ण जड़ता और अज्ञान को दूर कर देने वाली मां सरस्वती हैं।

क्या आप जानते हैं नवरात्र में किस देवी को कौनसे फूल चढ़ते हैं ?

जिस बच्चे की कुंडली में विद्या का योग न हो अथवा शिक्षा प्राप्ति में बाधाएं आती हों और कुशाग्र बुद्धि के लिए नवरात्रि में मां सरस्वती की पूजा से इन सभी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। आइए जानें कैसे पाएं बल, बुद्धि और विद्या की देवी का आशीर्वाद-

पीले या सफ़ेद वस्त्र पहनें और इसी रंग के फूल चढ़ाएं।

कलश की स्थापना करके प्रथम पूज्य गणेश, सूर्य, विष्णु तथा महादेव की पूजा करने के बाद वीणावादिनी मां सरस्वती का पूजन करना चाहिए।

श्वेत चन्दन का तिलक पहले मां के मस्तक पर लगाएं, फिर अपने ललाट पर लगाएं।

भोग में मिश्री, दही और लावा चढ़ाएं।

पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके मां सरस्वती स्तोत्र का जाप करना चाहिए। 

सात्विक भोजन करना चाहिए।

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Niyati Bhandari

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