देवी लक्ष्मी को नहीं पसंद ये चीज़ें, गलती से भी न करें इनका दान

Thursday, Jul 02, 2020 - 02:31 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
ऐसी मान्यताएं प्रचलित हैं कि प्रत्येक धर्म में दान करना बहुत शुभ माना जाता है। बस फर्क इतना है कि प्रत्येक धर्म में दान को नाम अलग अलग प्रदान है। हिंदू धर्म की बात करें तो दान करने से न केवल पूर्वज प्रसन्न होते हैं बल्कि कुंडली के ग्रहों के साथ-साथ तमाम देवी-देवता भी प्रसन्न होते हैं। यही कारण है लोग दान आदि करने में अधिक विश्वास रखते हैं और गरीबों में कुछ भी दान करते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं कि दान करते वक्त कुछ नियमों को अपनाना अधिक आवश्यक होता है। जी हां, अगर आप इस बारे में अभी भी अवगत नहीं है तो बता दें शास्त्रों में खास तौर पर ऐसी कुछ चीज़ों के बारे में बताया गया है जिन्हें दान में करने से आपको शुभ की जगह अशुभ फलों की प्राप्ति होने लगती है। इतना ही नहीं बल्कि देवी लक्ष्मी नाराज़ हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं कौन सी वो चीज़ें जिन्हें दान करना आपको भारी पड़ सकता है। 

शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इनकी पूजा के साथ-साथ दान आदि करते हैं इस दौरान कुछ लोग देवी लक्ष्मी की प्रतिमा का दान कर देते हैं। शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना शुभ नहीं होता। इसके अलावा कई लोग चांदी के सिक्के पर अंकित लक्ष्मी गणेश का दान करते हैं, इसका भी व्यक्ति भी बुरा असर पड़ता है।

चूंकि कहा जाता है झाड़ू से न केवल घर का कचरा साफ़ करता है बल्कि घर की नाकारत्मकता को भी बाहर करता है। इसी के चलते कुछ लोग इसका दान भी कर देते हैं। परंतु बता दें शास्त्रों में ऐसा करना अच्छा नही माना जाता है। क्योंकि धार्मिक मान्यताओं अनुसार दरअसल झाड़ू देवी लक्ष्मी को घर में लाने वाला माना जाता है। यही कारण है कि धनतेरस के अवसर पर झाड़ू खरीदा जाता है। 

वास्तु में इसे धन समृद्धि का कारक माना जाता है। अगर इसका दान किया जाए तो इसके साथ-साथ घर की बरकत भी चली जाती है। 

यूं तो किसी भूखे या गरीब व्यक्ति को दान में भोजन देना सबसे उत्तम माना जाता है। परंतु कुछ लोग भूखे लोगों को दान के रूप में बासी और अरुचिकर देते हैं। कहा जाता है ऐसा दान करने से पुण्य की प्राप्ति नहीं होती एवं देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं। 

धार्मिक पुस्तकों का दान करना अच्छा माना जाता, लेकिन यदि ये ऐसे व्यक्ति को दी जाए जिसे इनमें रुचि हो। नास्तिक व्यक्ति को ऐसे पुस्तकों का दान नहीं देना चाहिए क्योंकि ऐसे ज्ञान लेने की बजाय उसे अपमान पूर्वक कहीं रख देगा। इन हालातों में इंसान पुण्य की बजाय पाप का भागीदार बन जाएगा। 

Jyoti

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