Diwali horoscope: भाग्य और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए दिवाली पर मेष से लेकर मीन राशि वाले करें ये उपाय
punjabkesari.in Friday, Oct 18, 2024 - 11:21 AM (IST)
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Diwali horoscope 2024: देश भर में दीवाली का त्यौहार 1 नवंबर को मनाया जा रहा है। इस दिन घरों और कारोबारी स्थलों में समृद्धि के लिए मां लक्ष्मी का पूजन किया जाएगा। इसके अलावा इस दिन दान-पुण्य करने की भी परम्परा है। दीवाली के दिन अपने भाग्य और समृद्धि में वृद्धि करने के लिए मेष से लेकर मीन राशियों के जातक नीचे लिखे उपाय कर सकते हैं। इन उपायों से आपका जीवन खुशहाल होगा और तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे।
मेष
इस दिवाली का रोशनी भरा माहौल आपको अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने और उन्हें जोश के साथ पूरा करने के लिए प्रेरित करेगा। करियर में प्रगति के अच्छे संकेत हैं।
उपाय: लक्ष्मी पूजन करें और दिवाली की रात को कम से कम 11 माला लक्ष्मी नारायण मंत्र का जाप करें ताकि मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिले।
वृषभ
अपनों के साथ संबंधों को मजबूत करें और कृतज्ञता व्यक्त करें, इससे आपको संतोष की भावना मिलेगी। रोमांटिक जीवन और व्यक्तिगत व पेशेवर विकास के अच्छे संकेत हैं।
उपाय: श्री यंत्र की पूजा करें, मंत्र जाप से उसे सिद्ध करें और दिवाली पूजा के बाद उसे मंदिर में रखें। दीपक, मिठाई और अनाज गरीबों को दान करें।
मिथुन
यह समय नेटवर्किंग और संबंधों को मजबूत करने का है। विशेष रूप से घर पर अपनी वाणी का ध्यान रखें। यह उत्सव का समय है, कठोर मत बनें।
उपाय: मंदिर जाएं, पुजारी को दान दें। मंदिर में घी का दीपक जलाएं और पुजारी को मिठाई और सूखे मेवे चढ़ाएं। पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाएं। मां लक्ष्मी के 11 माला जाप करें।
कर्क
यह दिवाली आपको अपनी अंतरात्मा में गहराई से जानने और व्यक्तिगत रूपांतरण का अवसर देगी। ध्यान करने से आंतरिक शांति और स्पष्टता मिलेगी।
उपाय: मंत्र जाप से धन में वृद्धि हो सकती है। लक्ष्मी नारायण मंदिर जाएं, कमल और मिठाई चढ़ाएं, लक्ष्मी नारायण मंत्र का जाप करें। राम रक्षा स्तोत्र और हनुमान चालीसा का पाठ करें, कपूर और लौंग से हनुमान जी की आरती करें।
सिंह
इस दिवाली खरीदारी और अपने घर को सजाने का सबसे अच्छा समय है। यह आपके प्रयासों के लिए पहचान पाने का अवसर है। पड़ोसियों को उपहार और मिठाई बांटें, इससे आपका भाग्य बढ़ेगा।
उपाय: हनुमान मंदिर में दीपक जलाएं और उसमें चार लौंग डालें। मध्यरात्रि में लक्ष्मी मंत्र का कम से कम 11 माला जाप करें।
कन्या
इस दिवाली आध्यात्मिक अभ्यास में खुद को लगाएं। घर और मन दोनों से अव्यवस्था को दूर करने का यह अच्छा समय है। परिवार के प्रत्येक सदस्य को उपहार दें ताकि आपका भाग्य बढ़े।
उपाय: लक्ष्मी पूजा के लिए एक साफ और पवित्र स्थान तैयार करें। कर्मचारियों और सेवकों में मिठाई और दीपक के साथ तेल की बोतल बांटें।
तुला
तुला राशि के लिए संतुलन और सामंजस्य इस दिवाली की प्रमुख थीम है। यह समय आपको अपने रिश्तों को मजबूत करने और संघर्षों को सुलझाने का अवसर देगा। परिवार के साथ संबंधों को विशेष रूप से सुधारें।
उपाय: शनि मंदिर में तेल का दान करें। 40 लौंग लेकर लाल कपड़े में बांधें, हनुमान चालीसा का पाठ करें और इसे अपने कार्यस्थल के प्रवेश द्वार पर बांध दें। दिवाली पूजा के बाद स्फटिक श्री यंत्र को लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें।
वृश्चिक
यह पुरानी आदतों को छोड़ने और नए बदलावों को अपनाने का समय है। खुद पर ध्यान दें और खुद के लिए खरीदारी करें।
उपाय: मुख्य द्वार को अशोक के पत्तों से सजाएं, यह आपके घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करेगा। प्रवेश द्वार पर सूंड ऊपर किए हुए दो हाथी रखें और हर कोने में दीपक जलाएं।
धनु
इस दिवाली आपको नए विचारों को अपनाने और नए अवसरों के लिए तैयार रहने की प्रेरणा मिलेगी। पुराने संबंधों से दूर हो सकते हैं लेकिन नए संबंधों का स्वागत करें। पीले या सुनहरे रंग की सजावट का उपयोग करें।
उपाय: पूजा में 9 हल्दी की गांठे रखें और बाद में इन्हें अपने लॉकर में रखें। मंदिर में झाड़ू दान करें। गणेश और लक्ष्मी जी की चांदी की मूर्ति खरीदें और इसे अपने मंदिर में रखें।
मकर
यह दिवाली आपकी महत्वाकांक्षाओं को समर्थन देगी। अपने कार्यस्थल के हर कोने में दीपक जलाएं। शेयरों में निवेश अच्छा लाभ दे सकता है।
उपाय: दीपक में तेल और लौंग डालकर हनुमान जी की पूजा करें। लक्ष्मी पूजा में गोमती चक्र शामिल करें ताकि आर्थिक लाभ हो।
कुंभ
यह सामाजिक मेलजोल का समय है। सामुदायिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें। यदि आप ऑनलाइन विकास की योजना बना रहे हैं, तो यह सही समय है।
उपाय: लक्ष्मी और गणेश जी की चांदी की नई मूर्ति लाकर अपने कार्यस्थल के मंदिर में रखें। मंदिर में झाड़ू दान करें।
मीन
इस दिवाली आप आत्मनिरीक्षण, ध्यान और अपनी आंतरिक शांति से जुड़ने की ओर आकर्षित होंगे। अपने उत्सव में पानी के तत्वों को शामिल करें।
उपाय: पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनि मंदिर में तेल का दान करें।