Diwali 2021: दीप जलाने से पहले 1 बार जरूर पढ़ लें ये

Wednesday, Nov 03, 2021 - 06:09 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दिवाली का त्यौहार दियों का त्यौहार माना जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार इस दिन श्री राम 14 वर्ष का वनवास पूरा कर अपनी अयोध्या नगरी पधारे थे। इसी खुशी के अवसर पर तमाम अयोध्या वासियों ने पूरी अयोध्या को दीपों से रौशन कर दिया था। यही कारण है कि आज भी अयोध्या में दोपत्सव होता है। बल्कि पूरे देश में इस दिन दीप जलाए जाते हैं और धूम धाम इस पावन त्यौहार को मनाया जाता है। लेकिन इस दौरान लोग गलत जानकारी के चलते या यूं कहे जानकारी न होने के कारण सही जगह पर दिए नहीं जलाते। जिस कारण उन्हें शुभ फल नहीं अशुभ फल प्राप्त होते हैं। तो आइए आपको बताते हैं कि दिवाली के दिन घरों आदि में दीपक कहां व किस-किस जगह जलाने चाहिए। 

इस दिन लक्ष्मी की पूजा करने के लिए एक दीपक जलाया जाता है। वह दीपक पीतल या स्टील का होता है।

ऐसा कहा जाता है दीपावली की रात को देवालय में गाय के दूध का शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे तुरंत ही कर्ज से छुटकारा मिलता है और आर्थिक तंगी दूर हो जाती है।

इस रात यानि दिवाली की रात को तीसरा दीया तुलसी के पास जलाया जाता है। आपके घर में तुलसी नहीं है तो और किसी पौधे के पास यह दीया रख सकते हैं।

एक दीपक दरवाजे के बाहर देहरी के आसपास रखा जाता है या बनाई गई रांगोली के बीच में रखते हैं।

दिवाली के दिन पांचवां दीया पीपल के पेड़ के नीचे रखकर आते हैं।

एक दीपक पास के किसी मंदिर में रखना जरूरी होता है।

बात करें अगले दीपक की तो एक दीया कचरा रखने वाले स्थान पर जलाना चाहिए

एक दीया बाथरूम के कोने में रखना चाहिए। 

दिवाली के दिन घर में एक दीपक मुंडेर पर या आपके गैलरी में जलाना चाहिए। 

एक दीपक घर की दीवारों की मुंडेर पर या बॉउंड्रीवाल पर जलाकर रखना चाहिए।

एक दीपक खिड़की में, एक दीपक छत पर, तेरहवां दीपक किसी चौराहे पर जलाकर रखना चाहिए। 

इसके अतिरिक्त चौदहवां दीपक दीपावली पर कुल देवी या देवता, यम और पितरों के लिए तथा पंद्रहवां दीपक गौशाला में जलाकर रखना चाहिए। 
 

Jyoti

Advertising